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बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, तटबंध को क्षति पहुंचाने का आरोप

एसडीओ आफताब आलम ने बताया कि पुल का निर्माण कार्य करना गलत नहीं है. लेकिन, उस दौरान बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की तरफ से सावधानी भी बरती जानी चाहिए ताकि तटबंध को खतरा ना पहुंचे. लेकिन, पुल निगम की ओर से इस बात का ख्याल नहीं रखा गया और न ही नदी की धारा से कचरे और मलबे को हटाया गया.

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Published : Jun 24, 2020, 6:24 PM IST

Updated : Jun 24, 2020, 8:12 PM IST

सीतामढ़ी:जिले के चंदौली गांव के पास बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की तरफ से बागमती नदी के ऊपर पुल का निर्माण कराया जा रहा है. इस निर्माण कार्य के दौरान काफी लापरवाही बरती गई है, जिस कारण बागमती नदी के किनारे बने तटबंध को क्षति पहुंच रहा है. इसे लेकर बागमती अवर प्रमंडल के जूनियर इंजीनियर ललन यादव ने बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के खिलाफ बेलसंड थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.

तटबंध को पहुंच रहा नुकसान

बागमती अवर प्रमंडल के एसडीओ आफताब आलम ने बताया कि चार सालों से बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की तरफ से बागमती नदी के ऊपर पुल का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन, पुल निर्माण में जुटे कर्मी और पदाधिकारी की लापरवाही के कारण बांध को नुकसान पहुंच रहा है. बांध में जो मिट्टीकरण किया गया है उसका कटाव हो रहा है. साथ ही जिस जगह पर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की तरफ से निर्माण कार्य किया जा रहा है, वहां तटबंध कमजोर हो गया है. उस जगह पर पानी का दबाव बना हुआ है और मिट्टी का कटाव निरंतर जारी है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की लापरवाही
दरअसल, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से निर्माण कार्य के दौरान पिलर और स्लैब ढलाई के लिए नदी की धारा में डायवर्सन बनाकर पानी के प्रवाह को बदल गया था. लेकिन काम बंद होने के बाद डायवर्सन के साथ निर्माण कार्य में प्रयोग किए गए सामान और कचरे को नहीं हटाया गया. इस कारण नदी की धारा तटबंध की ओर मुड़ कर बह रही है, जिससे तटबंध पर खतरा बना हुआ है. इसी लापरवाही और कोताही को लेकर बागमती अवर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के आदेश पर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है.

बागमती नदी के ऊपर हो रहा पुल का निर्माण

तटबंध को पहुंचा नुकसान
बागमती अवर प्रमंडल के एसडीओ आफताब आलम ने बताया कि जहां तक बांध कमजोर हुआ है, उस जगह पर 100 फीट से अधिक बोल्डिंग का काम बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को करवा कर तटबंध को मजबूती प्रदान करना था. लेकिन, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने ये काम नहीं किया. वहीं, बागमती अवर प्रमंडल की तरफ से तटबंध की मजबूती के लिए झांकी फीलिंग करवाई गई है, उसे भी बांध को नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि जिले का यह पहला मामला है जब तटबंध को क्षति पहुंचाने को लेकर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

Last Updated : Jun 24, 2020, 8:12 PM IST

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