सीतामढ़ी: जिले में लॉकडाउन के दौरान बाहर से आये श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाने को लेकर डीएम ने गुरुवार को उपविकास आयुक्त सहित सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें डीएम ने लॉकडाउन के दौरान अब तक किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. इस क्रम में यह पाया गया कि श्रम संसाधन पोर्टल पर कुल 18532 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है.
प्रवासी श्रमिकों के रोजगार को लेकर DM ने की बैठक, क्लस्टर योजना से 500 लोगों को मिलेगी नौकरी - डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा
सीतामढ़ी में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में मजदूरों को जल्द से जल्द रोजगार मुहैया कराने को लेकर चर्चा की गई.
7106 लोगों को मिला रोजगार
पंजीकरण में 7106 लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध करवाया गया है. वहीं, कंस्ट्रक्शन वर्क में लगभग 500 लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है. इसके साथ डीआरसीसी में अब तक लगभग 1200 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है. जिसमें लगभग 300 श्रमिको को रोजगार के लिए पूल निर्माण निगम को सूची भेजी गई है. बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रमिक कलस्टर योजना के तहत जिले में 5 क्लस्टर के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजे गए थे. जिसकी स्वीकृति प्राप्त हो गई है. एक सप्ताह में सभी कलस्टर कार्य शुरू कर देंगे.
500 श्रमिकों को मिलेगा रोजगार
वहीं, बथनाहा में लेदर उद्योग, सूप्पी, बोखरा, पुपरी, बाजपट्टी में रेडीमेड गारमेंट्स का कलस्टर शुरू किया जाएगा. इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई है. चमड़े के उद्योग के तहत जूता, चप्पल, बेल्ट का निर्माण किया जायेगा. वहीं, रेडीमेड गारमेंट्स क्लस्टर में लुधियाना से श्रमिकों को शामिल किया गया है, जो पैंट, शर्ट, दुपट्टा, टोपी और थैले का निर्माण करेंगे. इसके कच्चे माल और मशीनरी के लिए सभी व्यवस्था कर ली गई है. इन क्लस्टरों के शरू होने से लगभग 500 श्रमिकों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होगा. डीएम ने इसकी पूरी जबाबदेही डीडीसी को सौपी है.