सीतामढ़ी: जिले के डीआईजी रवीन्द्र कुमार और प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल बाढ़ का जायजा लेने सीतामढ़ी पहुंचे. इस दौरान डीएम और एसपी सहित कई अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा की गई. बैठक में बाढ़ मृतकों के परिजनों को राहत राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.
अधिकारियों ने बाढ़ का लिया जायजा
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के16 प्रखंड के 179 पंचायतों में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बैठक खत्म होने के बाद डीएम आयुक्त, डीआईजी और जिले के सभी बड़े अधिकारियों के साथ लखनदेई नदी पहुंचे. वहां उन्होंने मोटर बोट से बाढ़ का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने पाया कि अभी भी बहुत से घर पानी में डूबे हैं जो कभी भी धाराशायी हो सकते हैं.
'राहत और बचाव कार्य में तेजी जरूरी'
जिले में चल रहे राहत कार्य को संतोषजनक बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है. बिहार में सबसे अधिक लोग सीतामढ़ी में प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के उपरांत कई प्रकार की बीमारियां फैलने की संभावना होती है. इसकी रोकथाम के लिए कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने राहत कार्य में जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और आम जनता से सहयोग की अपील की.
डूबे मकानों को अविलंब खाली कराने के निर्देश
डीएम ने कहा कि जिले में धारा 144 लागू है. पानी में डूबे मकानों को अविलंब खाली कराने का निर्देश दिया गया है. खाली नहीं करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि दो दिन पूर्व नदी के किनारे बने तीन मंजिला मकान पानी के तेज बहाव में विलीन हो गया था. भ्रमण के दौरान डीएम ने ध्वस्त पड़े घर को देखा. इसके बाद आयुक्त और डीआईजी ने जिलाधिकारी और एसपी को निर्देश दिया कि पानी मे डूबे मकानों को अविलंब खाली कराया जाए.