सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में युवती का अपहरण करने में असफल रहे बदमाशों ने परिजनों के साथ मारपीट की और लड़की के पिता को उठा ले गए. जाते जाते धमकी देते हुए कहा कि 'अगर पिता चाहिए तो हवेली पर आ जाना'. लड़की की मां को धारदार हथियार से वारकर घायल कर दिया है, जिसका इलाज चल रहा है. घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई है. मंगलवार को घटना के 24 घंटे हो गए, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चला है.
यह भी पढ़ेंःKatihar Crime News: अररिया का अपहृत व्यवसायी बरामद, कटिहार के होटल में रह रहा था
सीतामढ़ी में अपहरणः मामला जिले के सहियारा थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि गांव के ही एक युवक युवती के साथ जबरन शादी करना चाह रहा था. घर जाकर जबरन मोबाइल भी दिया था. इस दौरान परिजनों के साथ मारपीट हुई थी. इसको लेकर परिजनों ने आरोपी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस कार्रवाई के बदले युवती के चाचा को ही जेल भेज दिया था.
धारदार हथियार हमलाः सोमवार को आरोपी 40 से 50 बदमाशों के साथ युवती के घर पर पहुंचकर अपहरण का प्रयास किया. असफल होने पर एक बार फिर परिजनों के साथ मारपीट की गई. इस दौरान युवती की मां को धारदार हथियार से वार कर घायल कर दिया. इसके बाद पिता को बदमाशों ने बंधक बनाते हुए लेकर फरार हो गए. जाते जाते धमकी दे गए कि पिता चाहिए तो हवेली पर आ जाना. सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुछ आरोपियों को को गिरफ्तार किया है.
"आरोपियों के परिजनों की गिरफ्तारी कर ली गई है. जल्दी ही लड़की के पिता को बरामद कर लिया जाएगा. इसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है."-राजेश कुमार, थानाध्यक्ष, सहियारा थाना
पूर्व मुखिया पर आरोपः पीड़िता ने गांव के ही पूर्व मुखिया पर पिता का अपहरण कराने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने कहा कि पूर्व मुखिया अपना गिरोह चलाता है. इसी गिरोह की मदद से उसके पिता का अपहरण किया गया है. पुलिस को सूचना देने के तीन घंटे बाद आई है, लेकिन 24 घंटे के बाद भी पिता को बरामद नहीं किया गया है. इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भी आक्रोश हो गया है.
"सोमवार को 40 से 50 लोग घर में घुस गए. मेरा अपहरण करने की कोशिश करने लगे. विरोध करने पर मेरे मां-पापा से मारपीट की गई. जब लोग जुटने लगे तो मेरे पिता को लेकर फरार हो गए. इस दौरान धमकी भी दी गई है. पुलिस को सूचना दी गई तो 3 घंटे बाद पुलिस आई है. अभी तक मेरे पिता का कुछ पता नहीं चला है."-पीड़िता