सीतामढ़ी: स्वास्थ्य विभाग की ओर से विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत 37 कंप्यूटर ऑपरेटर्स को हटा दिया गया. इसके विरोध में बुधवार को कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने सिविल सर्जन राकेश चंद्र सहाय वर्मा के आवास का घेराव किया. इस दौरान कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने मांग करते हुए कहा कि उन्हें फिर से काम पर रखा जाए.
'कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग को दी सेवा, तनख्वाह की जगह 37 कंप्यूटर ऑपरेटर को निकाल दिया'
स्वास्थ्य विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने सिविल सर्जन का घेराव किया. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने गोपालगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के कुल 37 कंप्यूटर ऑपरेटर्स को काम से निकाल दिया. आरोप है कि कोरोना काल में इनको वेतन नहीं दिया गया.
बकाए वेतन के भुगतान की कर रहे मांग
मौके पर मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर्स का कहना था कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान भी उन्होंने अपने परिवार की चिंता छोड़ कर स्वास्थ्य सेवाओं में अपना सहयोग दिया. बावजूद इसके, स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कार्य से मुक्त कर दिया. यही नहीं उन्हें अब तक के मानदेय का भुगतान भी नहीं किया. आक्रोशित ऑपरेटर्स ने कहा कि उनके स्थान पर नए कंप्यूटर ऑपरेटर्स की बहाली कर ली गई है.
सरकार को लिखा पत्र
इस बाबत, सिविल सर्जन राकेश चंद्र सहाय वर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सचिव को पत्र लिखा है और मौखिक भी आग्रह किया है कि जल्द से जल्द कंप्यूटर ऑपरेटर्स का मानदेय दिया जाए. साथ ही सिविल सर्जन ने कहा कि मानदेय पर बहाल किए नए कंप्यूटर ऑपरेटर्स की बहाली रद्द कर दी जाएगी और पूर्व से कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर्स को फिर से काम पर रखा जाएगा.