सीतामढ़ी: कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉक डाउन को लेकर अन्य प्रदेशों में समस्या झेल रहे प्रवासी मजदूरों को अपने राज्य में बुलाने का काम शुरू हो चुका है. शनिवार को राजस्थान के नागौर से बिहार के 1174 प्रवासी मजदूर दानापुर पहुंचे. मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद सभी को अपने अपने जिलों के लिए बस से रवाना किया गया.
सीतामढ़ी: श्रमिक एक्सप्रेस से पहुंचे 74 श्रमिकों को किया जाएगा क्वॉरेंटाइन, सारी तैयारियां पूरी
राजस्थान के नागौर से श्रमिक एक्सप्रेस द्वारा सीतामढ़ी पहुंचने वाले 74 श्रमिकों को मेडिकल जांच के बाद क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों को सारी सुविधा मिलेगी. अंचलाधिकारी अरविंद प्रताप शाही और प्रखंड विकास पदाधिकारी कुणाल कुमार ने इसकी पुष्टि की है.
प्रवासी मजदूरों का होगा मेडिकल चेकअप
इन 1174 प्रवासी मजदूरों में सीतामढ़ी के 74 श्रमिक शामिल है, जिन्हें 6 बसों में बिठा कर लाया जा रहा है. ये सभी अलग-अलग प्रखंडों के निवासी हैं. इन 74 श्रमिकों में 17 श्रमिक बेलसंड के निवासी है जिनके पहुंचने के बाद सभी की मेडिकल जांच कराई जाएगी. उसके बाद 21 दिनों के लिए चंदौली स्थित नारायण सिंह उच्च विद्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा.इसके अलावा दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों का आना जारी है. इसलिए उनकी संख्या के मद्देनजर सभी पंचायतों और गांव में भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाकर तैयार रखे गए हैं, ताकि जरूरत के अनुसार सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा सके.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों को मिलेगी सारी सुविधा
अंचलाधिकारी अरविंद प्रताप शाही और प्रखंड विकास पदाधिकारी कुणाल कुमार ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में रोजाना मेडिकल जांच के लिए कई मेडिकल टीम का गठन किया गया है. साथ ही वार्ड सदस्यों, ग्रामीण पुलिस और अन्य पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. इसके अलावा क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. साथ ही भोजन बनाने के लिए रसोईया की तैनाती की गई है. किसी भी बाहरी व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन सेंटर के आस पास जाने की अनुमति नहीं दी गई है.