सीतामढ़ीःकोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव को लेकर जहां सरकार ने पूरे देश में लॉक डाउन कर दिया है और लोगों से अपने-अपने घरों में रहने की अपील कर रहा हैं. वहीं, लॉक डाउन के पहले जिले में व्यापार करने आए महाराष्ट्र के 40 परिवार फंस गए है. जिन्हें खाने पीने में काफी कठिनाई हो रही है. जिला प्रशासन से भी अब तक उन्हें कोई राहत नहीं मिला है.
महाराष्ट्र के 40 परिवार सीतामढ़ी में फंसे, जिला प्रशासन से नहीं मिली कोई मदद - 40 families of maharashtra stranded in sitamarhi
होली के दौरान झूमर बेचने आए महाराष्ट्र के 40 परिवार लॉक डाउन को लेकर सीतामढ़ी जिले में फंस गए. इस दौरान इन्हें खाने पीने की समस्या भी हो रही थी और यह परिवार अपने राज्य में लौटने की चाह को लेकर मंगलवार को डीएम से मिलने समाहरणालय पहुंचे. जहां उनकी मुलाकात डीएम से नहीं हो पाई.
महाराष्ट्र के 40 परिवार जिले में फंसे
जिले में लॉकडाउन को लेकर फंसे महाराष्ट्र के अकोला जिले के कुछ लोग महाराष्ट्र जाने को लेकर मंगलवार को डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा से मिलने समाहरणालय पहुंचे. हालांकि पीड़ित परिवारों को डीएम से मुलाकात नहीं हो पाई. इसी दौरान एसपी अनिल कुमार समाहरणालय से निकलते वक्त पीड़ित परिवार को समाहरणालय के मुख्य द्वार पर देखा, तो डुमरा थाना अध्यक्ष को फोन पर निर्देश देते हुए एसपी से कहा कि पीड़ित परिवारों की समस्या जानकर उनकी मदद करें.
थानाध्यक्ष ने पीड़ित परिवारों को दिया राशन
वहीं, समाहरणालय पहुंचे थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद पीड़ित परिवारों की समस्या सुनकर उन्हें चावल, आटा, दाल, तेल, आलू, प्याज सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई. साथ ही थानाध्यक्ष ने इसकी सूचना बड़े अधिकारी को भी दी.