शेखपुरा : बिहार के शेखपुरा में विधायक पर हमला करने और नवादा जेलब्रेक कांड सहित दर्जनों मामलों के आरोपी रहे अशोक महतो को 18 साल बाद जिला न्यायालय ने रिहा कर दिया. उनकी रिहाई की खबर बाहर आते ही समर्थकों में खुशी का माहौल देखा गया. फिलहाल अशोक महतो भागलपुर के जेल में बंद हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें जिला न्यायालय में प्रस्तुत किया गया. वहां उन्हें रिहा कर दिया गया.
अशोक महतो के जीवन पर बनी है वेबसीरीज 'खाकी' : इस मामले में उनके सहयोगी रहे पिंटू महतो को साक्ष्य के आभाव में 2018 में जेल से रिहा कर दिया गया था. पिंटू महतो दो बार शेखपुरा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं. अशोक महतो पर चर्चित आईपीएस अमित लोढ़ा के द्वारा लिखी गई किताब पर एक वेब सीरीज भी बनाई गई है. जिसने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी है. इस वेब सीरीज में चंदन महतो का जो किरदार है, वह अशोक महतो पर ही आधारित है. आज अशोक महतो को 18 साल बाद रिहा कर दिया गया.
अशोक महतो की रिहाई बैकवर्ड समाज की जीत:अशोक महतो की रिहाई पर उनके सहयोगी रहे पिंटू महतो ने बताया कि "उनकी रिहाई बैकवर्ड समाज की एक बड़ी जीत है. वह बैकवर्ड समाज की लंबी लड़ाई लड़ते रहे हैं. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश करते रहे. परंतु न्यायालय ने उन्हें रिहा कर दिया. उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा था". जानकारी के अनुसार 2005 में सांसद राजो सिंह की हत्या के लिए अशोक महतो गिरोह की जिम्मेदारी मानी जाती है.