शेखपुरा: जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर मेहूंस गांव में आज भी मां दुर्गा साक्षात विराजमान हैं. इस जगह के आसपास के सैकड़ों कोस की परिधि में मेहूंस की महेश्वरी स्थान की मान्यता शक्ति पीठ के रूप में विख्यात है. मान्यता है कि आज से लगभग 1400 साल पहले यहां भगवती स्वयं प्रकट हुई थीं. उस वक्त आज के मेहूंस गांव में कोई आबादी नहीं थी और यहां दूर-दूर तक जंगल हुआ करता था.
ब्राह्मण को दिया था साक्षात दर्शन
स्थानीय लोगों के अनुसार उनके पूर्वज बताते थे कि कई शताब्दी पहले पुनपुन नदी के किनारे स्थित एक गांव के ब्राह्मण को मां दुर्गा ने स्वप्न देकर मेहूंस के जंगल में आकर दर्शन करने की बात कही थी. स्वप्न के पश्चताप ब्राह्मण कई दिन की पैदल यात्रा के बाद जब वहां पहुंचा तो, उसे मां दुर्गा ने साक्षात दर्शन दिया. तभी से यह स्थान महेश्वरी स्थान के नाम से विख्यात हो गया और कालांतर में यह गांव मेहूंस के नाम पर स्थापित हुआ. यहां शारदीय नवरात्र के अलावा वासंतिक नवरात्र में भी विशेष पूजा होती है. इसके साथ ही यहां पूरे साल श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. इस मंदिर के भीतर अष्टधातु की करीब चार फीट ऊंची भगवती की प्रतिमा स्थापित है.