शेखपुरा:तीन तलाक विरोधी कानून बनने के बाद शेखपुरा में पहली बार ट्रिपल तलाक का मामला सामने आया है. इस घटना से आहत पीड़िता ने महिला थाना और एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. मामला अरियरी थाना क्षेत्र के चोढ़दरगाह की है.
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इस बाबत पीड़िता रुकसाना प्रवीण ने बताया कि उसकी शादी साढ़े छह वर्ष पूर्व नवादा जिला अंतर्गत थाना बुंदेलखंड क्षेत्र के अंसार नगर कमालपुर के सिकंदर आलम से हुआ था. शादी के बाद जब वह ससुराल पहुंची तो कुछ दिनों तक ठीक ठाक रहा. जिसके बाद उसके ससुरालवालों ने व्यवसाय हेतु पांच लाख रुपये का मांग करने लगे. दहेज के लिए कई बार उसे कमरे में बंद कर मारपीट किया गया और खाना-पीना भी बंद कर दिया गया. इस घटना के बाद उसके पिता ने किसी तरह उसे डेढ़ लाख रुपए दिए. वहीं, दाम्पत्य जीवन से उसे एक पांच वर्ष की पुत्री और एक चार वर्ष का पुत्र भी है.
फोन करके पति ने दिया ट्रिपल तलाक
पीड़िता रुकसाना प्रवीण ने कहा कि 4-5 महीना पूर्व सभी सामान छीनकर ससुरालवालों ने उसे भगा दिया तो वह अपने मायके अरियरी थाना क्षेत्र के चोढ़दरगाह में आकर रहने लगी और किसी तरह वह अपने 5 वर्षीय पुत्री और 4 वर्षीय पुत्र का भरण-पोषण करने लगी. इसी बीच बच्चों की परवरिश में दिक्क्त आने पर वह अपने पति को फोन कर खर्चा मांगा तो उसने टाल-मटोल करने लगा. इधर एक सप्ताह पूर्व उसके पति ने फोन कर उसे ट्रिपल तलाक दे दिया और कहा कि आज से हम दोनों का रिश्ता खत्म हो गया है. बता दें कि उसके पति सिकंदर आलम में वर्तमान में उड़ीसा के भुवनेश्वर में रेडीमेड का दुकान खोले हुए है.