शेखपुरा: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. वहीं, लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में अपने गांव लौट रहे हैं. बाहर से आने वाले प्रवासियों को सीधे घर जाने से रोक कर अगले 21 दिनों के लिए जिला स्तर और प्रखंड स्तर पर बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में आइसोलेट किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने प्रवासियों के रहने के लिए अनुमंडल और प्रखंड मुख्यालय में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है.
'हाकिम क्वॉरेंटाइन सेंटर में जेल से हालात'
आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा निर्देश के आलोक में क्वॉरेंटाइन किए गए सभी लोगों को पौष्टिक भोजन के साथ-साथ सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराना है. ताकि अगले 21 दिनों तक सेंटर पर आराम से रह सके. वहीं, सरकार के दिशा निर्देश और गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए जिले के अधिकारी और पुलिस प्रशासन इस विकट स्थिति को भी कमाई का जरिया बना लिया है. कोरोना संकट में कई सामाजिक संस्थानों की ओर से जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. अरियरी प्रखंड अंतर्गत हुसैनाबाद में क्वॉरेंटाइन किए गए प्रवासियों के साथ कारावास में बंद कैदियों जैसा बर्ताव किया जा रहा है. जिले के हाकिम क्वॉरेंटाइन सेंटर को जेल में तब्दील कर दिया गया है.