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शेखपुरा: DM ने NGO कर्मी को बनाया स्वीप कोषांग का नोडल पदाधिकारी, लोगों में बना चर्चा का विषय - शेखपुरा समाचार

जिले में विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिलाधिकारी ने एनजीओ के कर्मी को कोषांगों में स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी बना दिया गया है. यह लोगों में एक चर्चा का विषय बन गया है कि अधिकारियों के रहने के बावजूद भी एनजीओ के कर्मी को अधिकारी बनाया गया.

dm appointed ngo worker as nodal officer of sweep koshang
एनजीओ कर्मी को बनाया अधिकारी

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Published : Oct 2, 2020, 10:07 AM IST

शेखपुरा:जिले में जिला प्रशासन को अक्सर विवादों में घिरे रहना उनकी आदतों में शुमार हो गया है. कुछ ऐसा ही मामला फिर से सामने आया है, जिले में विभिन्न विभाग के अधिकारी रहने के बावजूद भी एक एनजीओ के कर्मी को कोषांगों में स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी बना दिया गया है. इसे लेकर पूरे जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं अधिकारियों में भी इस बात को लेकर लगातार चर्चा हो रही है.


विभिन्न कोषांगों का किया गया गठन
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव को जिले में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से विभिन्न कोषांगों का गठन किया जा रहा है. इसके साथ ही सभी कोषांग का नोडल पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्ति की गई है. इसमें स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी के रूप में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार रित्विक को बनाया गया था. इसी दौरान कोरोना संक्रमण होने के कारण कुमार ऋत्विक को आइसोलेट कर दिया गया है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने उनके स्थान पर एक एनजीओ पीरामल फाउंडेशन के डीपीएम विशाल कुमार को नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त कर दिया है.


पीरामल फाउंडेशन से भारत सरकार का कोलैबोरेशन
इस संबंध में उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रशांत शेखर ने बताया कि अल्प विकसित जिला को पीरामल फाउंडेशन से भारत सरकार का कोलैबोरेशन है. इसके कारण भारत सरकार के निर्देश से ही एडमिनिस्ट्रेशन अधिकारी के रूप में पीरामल फाउंडेशन के डीपीएम विशाल कुमार को बिहार विधानसभा चुनाव के स्वीप कोषांग का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पीरामल फाउंडेशन एक एनजीओ के रूप में कार्य करती है. हालांकि इस संबंध में किसी कागजात की मांग करने पर उन्होंने बताया कि नोडल पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की कागजात को ढूंढने में थोड़ा वक्त लगेगा, कागज मिलते ही शेयर कर दिया जाएगा.


डीएम के निर्देशों का करना है पालन
उन्होंने बताया कि विशाल कुमार पीरामल फाउंडेशन के पैरोल पर है, लेकिन भारत सरकार के माध्यम से एडिशनल ऑफिसर के रूप में शेखपुरा जिला भेजा गया है. उन्होंने कहा कि नोडल पदाधिकारी अपने आप में कुछ नहीं है. डीएम सह निर्वाचन पदाधिकारी के माध्यम से दिए गए निर्देश को पालन करना है. उनके माध्यम से सारी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद नोडल पदाधिकारी के रूप में पीरामल फाउंडेशन के डीपीएम विशाल कुमार किया गया है. इस संबंध में डीएम से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी ओर से किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं प्राप्त हो सकी है.

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