शेखपुरा: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कार्यरत दर्जनों रसोइया ने मानदेय भुगतान की मांग को लेकर राजद विधायक विजय सम्राट से मदद की गुहार लगाई है. इस दौरान रसोइयाने विधायक को ज्ञापन सौंपकर सदन में भी मांग उठाने की मांग की है.
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मानदेय का भुगतान
रसोइया ने कहा कि वे कई वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 24 घंटे ड्यूटी करने के बाद भी वार्डन के द्वारा फरवरी माह का मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. वार्डन के द्वारा अप्रैल 2020 से जो मानदेय का भुगतान किया गया था, उसे वापस करने को कहा जा रहा है. मुख्य रसोइया और सहायक रसोइया को 24 घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है. किसी एक के छुट्टी पर चले जाने पर 24 घंटे सेवा देनी पड़ती है. फिर भी वार्डन के द्वारा मानदेय के रिकवरी को लेकर दबाव बनाया जा रहा है.
मानसिक रूप से परेशान
एक तो मानदेय कम मिलने से परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा है. उपर से पिछले दस माह का मानदेय रिकवरी करने को कहा जा रहा है. जिससे सभी रसोइया मानसिक रूप से परेशान हैं. रसोइया ने वार्डन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उसे रसोइया पद से हटाना चाह रही है और पिछले 10 माह तक का जो मानदेय का भुगतान किया गया था. उसे भी वापस करने को कह रही है.
"मैं गरीब आदमी हूं. मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन कर रही हूं और रसोइया का काम करके परिवार का भरण पोषण कर रही हूं. यदि मुझे रसोइया से निकाल दिया जाएगा, तो मेरी परिवार की हालत दयनीय हो जाएगी. इसलिये मेरी नौकरी बचा लीजिए. नहीं तो मैं सभी परिवार रोड पर आ जाउंगी"- रसोइया
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विधायक विजय सम्राट ने सभी रसोइया को आश्वासन देते हुए कहा कि मैं आपकी नौकरी बचाने का हर संभव प्रयास करूंगा. सदन में भी बात रखूंगा.