शेखपुराः शेखपुरा में सदर अस्पताल के लचर व्यवस्था ने एक किशोर की जान ले ली है. दरअसल, सोमवार की सुबह रामरायपुर गांव में छठ अर्घ्य के दौरान एक किशोर फिसलकर नदी में जा गिरा. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने नदी से निकालकर उसे सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां तकरीबन 3 घंटे इंतजार के बाद भी कोई डॉक्टर या नर्स नहीं आया.
इलाज के अभाव में किशोर ने दम तोड़ दिया. मृतक रामरायपुर गांव निवासी विनोद यादव का 14 वर्षीय पुत्र शोहित कुमार है. घटना के बाद आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा. सदर अस्पताल के कर्मियों ने सदर अस्पताल के गेट को बंद कर दिया.
सदर अस्पताल को कर्मी ने बंद किया यह भी पढ़ें- इस महिला बैंड के लिए कुछ कीजिए मुख्यमंत्री जी, नहीं तो बंद हो जाएगा बिहार का इकलौता 'सरगम'
भीड़ ने मचाया तोड़फोड़
भीड़ गेट पर धक्का-मुक्की करती रही. आक्रोशित भीड़ को देखते हुए सभी कर्मियों ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई. सदर अस्पताल में करीब 1 घंटे तक हंगामा जारी रहा. भीड़ ने तोड़फोड़ भी मचाया. इसके बाद युवक के शव को डीएम आवास के पास ले जाया गया. डीएम के विरोध में लोगों ने जमकर नारेबाजी की. वहीं, डीएम के आवास पर भी सुरक्षाकर्मियों ने मुख्य गेट को बंद कर दिया.
ग्रामीणों ने सड़क किया जाम सड़क को कर दिया जाम
इसके पश्चात शव को रामरायपुर गांव के समीप एनएच 33 ए शेखपुरा-बरबीघा मुख्य पथ पर रखकर लोगों ने जाम कर दिया. जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने एकाएक भीड़ पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया. इस घटना में कई ग्रामीण जख्मी हो गए. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया.
ग्रामीणों के द्वारा किये हमले से अपनी जान बचाने के लिए पुलिस को भागना पड़ा. वहीं, मौके पर पहुंचकर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार सिंह, बीडीओ मंजुल मनोहर मधुप, सीओ सहित विभिन्न थानों की पुलिस लोगों के समझाने-बुझाने में जुटे हुए हैं.
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