शिवहर:जिले में पुल, सड़क और नाव सहित कई मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. बेलवा, इनरवा, अंबा, अंबा कोठी, चिमनपुर, बसहिंया सहित अन्य गांव में निवास करने वाले हजारों की आबादी साल के 4 महीने बागमती की धारा को पार कर आने-जाने को विवश है, लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है.
जनता की समस्या पर नहीं है नेताओं का ध्यान
लोगों को अपने सभी तरह के कामकाज को निपटाने के लिए बागमती के बीचों-बीच से गुजारना पड़ता है. इस दौरान कई बार घटनाएं भी घटित हो जाती है. इसके बावजूद भी प्रशासन की ओर से को सुविधा नहीं दी गई है. बेबस जनता के एक-एक वोट से चुनकर सांसद और विधायक लोकसभा और विधानसभा पहुंचते हैं. वर्षों तक इस क्षेत्र पर स्वर्गीय रघुनाथ झा का कब्जा रहा. हाल के 15 वर्षों से भाजपा की रमा देवी यहां की सांसद हैं. लेकिन सत्ता के इन हुक्मरानों ने जनता से सिर्फ वोट ठगने का काम किया. इसका नतीजा है कि उफनती बागमती की धारा प्रत्येक वर्ष कई लोगों को अपनी आगोश में हमेशा के लिए समेट लेती है.