शिवहर: जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई. घटना अलग-अलग थाना क्षेत्रों में घटी है. स्थानीय लोगों और जिला प्रशासन की मदद से सभी बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं. बच्चों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया. इन घटनाओं के बाद जिले में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
शिवहर में बाढ़ का कहर जारी
शिवहर जिले में बाढ़ का कहर जारी है. जिले के अलग-अलग प्रखंडों में बाढ़ के पानी में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बागमती नदी के जलस्तर में कमी होने के बावजूद भी जगह-जगह नाली और गड्ढे में पानी जमा हो जाने के कारण लगातार बच्चों की डूबने से मौत हो रही है.
शिवहर में बाढ़ के पानी में डूबने से 4 बच्चों की मौत अलग-अलग प्रखंडों की है घटना
इसी क्रम में रविवार की सुबह जिले के विभिन्न स्थानों पर डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई. सभी बच्चों का शव बरामद कर लिया गया है. जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. डूबने से पिपराही प्रखंड के मोहनपुर और धनकोल में एक-एक बच्चे की मौत हो गई. वहीं तरियानी और शिवहर प्रखंड में भी एक-एक बच्चे की मौत हुई है.
गांवों में पसरा मातमी सन्नाटा
इस घटना को लेकर उन चारों गांवों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. जिन गांवों में यह घटना घटित हुई है. जबकि जिला प्रशासन की ओर से लगातार यह सूचना दी जा रही है कि तालाब, झील, पोखर और नदी के किनारे न खुद जाएं और न ही अपने घर के बच्चों को जाने दें. इसके बावजूद लोगों की लापरवाही के कारण इस तरह के हादसे हो रहे हैं.
छपरा में भी 7 बच्चों की मौत
इसके अलावा छपरा जिले के इसुआपुर के डोइला गांव में नहाने के दौरान 10 बच्चे तालाब में डूब गए. जिनमें 7 बच्चों की मौत हो गई .वहीं, पुलिस और लोगों की मदद से 3 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. घटना के बाद गांव में मामतम पसर गया है. वहीं बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
समूह बनाकर नहाने गए थे बच्चे
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि गांव के एक तालाब से कुछ ही दिन पूर्व जेसीबी से मिट्टी निकाली गई थी. मिट्टी निकाले जाने से तालाब की गहराई बढ़ गई थी. बच्चों को इसकी जानकारी नहीं थी और बच्चे समूह बनाकर नहाने के लिए तालाब चले गए. नहाने के क्रम में एक बच्चा डूब गया, जिसे बचाने के चक्कर में बाकी के बच्चे भी डूब गए. जिसमें 7 बच्चों की मौत हो गई.