छपरा:जिले के कई प्रखंड क्षेत्रों में गर्मी के शुरुआती दिनों में ही पानी के लिए हाहाकार मचने लगा है. बारिश नहीं होने से जलस्तर में काफी गिरावट आई है. सारे हैण्डपम्प और बोरिंग फेल हो चुके हैं.
इलाके में लोगों को पानी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को बहुत ही मुश्किलों से पानी मिल रहा है. यहां लोगों की परेशानी यह है कि अभी जनवरी के महीने में जब यह हाल है तो गर्मी के महीनों मई और जून माह में क्या हालात होंगे. वहीं अभी गेंहू के फसल की सिंचाई के लिए पानी की जरूरत है लेकिन पानी की स्थिति काफी गंभीर है.
पानी के लिए हाहाकार: पीने को नहीं मिल रहा पानी, किसान मायूस - water crisis
छपरा के मढ़ौरा के विधायक ने बताया कि सबसे ज्यादा स्थिति नगरा प्रखंड में खराब है. स्थिति काफी बद से बद्तर होती जा रही है. जिले के किसानों में काफी रोष व्याप्त है.
राजद विधायक जितेंद्र कुमार ने यह कहा
जिले के मढ़ौरा से राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने इस मसले पर कहा कि सरकार ने इसपर हाथ खड़े कर दिए हैं. हमने इस मामले में लेकर कई बार जिला अधिकारी से बात की. लेकिन, कोई नतीजा नहीं निकला. हमने गेंहू की सिंचाई के लिए नहरों में पानी देने के लिये कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया. लेकिन कोई हल नहीं निकला. छपरा के मढ़ौरा के विधायक ने बताया कि सबसे ज्यादा स्थिति नगरा प्रखंड में खराब है. स्थिति काफी बद से बद्तर होती जा रही है. जिले के किसानों में काफी रोष व्याप्त है.
स्थानीय लोगों समेत किसानों में रोष
बारिश की कमी से पनपी इस स्थिति से स्थानीय लोगों के साथ किसानों को भी काफी कठिनाई हो रही है. बोरिंग फेल होने और नहरों में पानी नहीं होने से सिंचाई के लिए प्राइवेट बोरिंग का सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं नल जल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति करने का दावा भी फेल साबित हो रहा है. सरकार इतनी बड़ी आबादी को पेयजल आपूर्ति करने में असफल है.
वहीं नगरा के लोगों ने कहा कि यहां पानी की टंकी समेत सभी चीजें बनी हुई हैं इसके बावजूद यहां के निवासियों को पेयजल संकट से झूझना पड़ रहा है. वहीं क्षेत्र के विधायक ने यह भी बताया कि राज्य सरकार से गंभीर पेयजल संकट को देखते हुए 100 हैण्डपम्प छपरा जिले के लिए आंवटित किया गया है. जल्द इसे आवश्यक जगहों पर लगाया जाएगा.