सारण:जिले के 10 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं. ऐसे में बाढ़ प्रभावित लोगों का गुस्सा सरकार के खिलाफ फूट पड़ा. राहत राशि समय पर नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मामला सारण के मकेर प्रखंड के सुल्तानगंज वार्ड नंबर 11 नोनिया टोली का है.
छपरा: राहत राशि नहीं मिलने पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी
छपरा में सरकार के खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल दिया. ग्रामीण सहायता राशि नहीं मिलने से नाराज हैं. उन्होंने जल्द मदद की मांग की.
हंगामा कर रहे बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों का कहना है कि नंदन पंचायत के 10, 11 वार्ड लोगों को बाढ़ राहत के लिए मिलने वाली 6000 रुपये की राशि अब तक नहीं मिली है. इस वजह से नाराज लोगों ने इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ गुस्सा निकाला. बाढ़ पीड़ित लोगों को कहना था कि बाढ़ की वजह से उनके घरों में पानी घुस गया. बावजूद राशि नहीं दी गई.
जेडीयू कार्यकर्ता की सरकार से मांग
वहीं जदयू कार्यकर्ता दरोगा राय ने बताया कि सरकार जीआर की राशि देने में इतनी विलंब क्यों कर रही है. हालांकि सबसे ज्यादा मकेर प्रखंड में बाढ़ से लोग प्रभावित हैं. किसी-किसी वार्ड में तो एक घर के तीन-चार सदस्यों को 6000 रुपये मिल गए हैं. लेकिन वार्ड नंबर 11 नोनिया टोली में एक भी परिवार को मदद राशि नहीं मिली है. इसको लेकर शिकायत भी की गई है. लेकिन इस मामले पर किसी की नजर नहीं पड़ रही है. लोगों ने स्थानीय प्रतिनिधि मुखिया और वार्ड की मिलीभगत पर भी आरोप लगाया. ग्रामीणों का कहना है कि वार्ड पार्षद सभी के घर से आधार और बैंक अकाउंट ले गए. लेकिन अभी तक जीआर की राशि ग्रामीण को नहीं मिल पाई है.