छपरा:सारण जिले केअमनौर प्रखण्ड के धरहरा खुर्द पंचायत के दो व्यक्ति जाली नोट की तस्करी (Smuggling Of Counterfeit Notes) में संलिप्त पाए गए हैं. मुजफ्फरपुर के मोतीपुर थाना इलाके में पुलिस ने सोमवार को 11.50 लाख रुपये के जाली नोट के साथ चार लोगों को गिरफ्तार (Two youths of Chapra arrested In Muzaffarpur) किया था. इसमें से दो युवक छपरा का रहने वाला है. एक अमनौर थाना क्षेत्र के धरहरा पंचायत स्थित एक फिरोजपुर गांव के शत्रुध्न भगत के पुत्र आलोक भगत वहीं दूसरा मंदरौली गांव का रहने वाला है.
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दोनों की दोस्ती पंचायत चुनाव के पूर्व हुई थी. ये दोनों 15 जनवरी को घर से कार से बखरा जाने के लिए निकले थे. गिरफ्तार तस्कर आलोक अपने परिजनों को यह बता कर निकला था कि वहां असलम नाम के व्यक्ति से मिलकर आना है, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद वह गाड़ी समेत गायब था. वहीं जैसे ही जाली नोटों के तस्करी के मामला उजागर हुआ. गांव में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है.
पुलिस की गिरफ्त में आए आलोक पहले असम में ससुर के साथ गाड़ी चलाता था. लॉकडाउन में वह चार पहिया वाहन लेकर घर आया. घर पर उसने लोगों से बोला की उसके ससुर ने गाड़ी खरीद कर उसे कमाने के लिए दिए हैं. इसके बाद से वह यहीं रहने लगा. इसके इस कारनामे का परिजनों को कुछ भी पता नहीं था. वहीं राजू सिंह गांव में लोगों को बैंक से लोन दिलवाने और मुजफ्फरपुर में जमीन की खरीद बिक्री के काम करने की बात कहता था.