छपरा (सारण): पूर्वोत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के द्वारा नई पेंशन नीति के विरोध में आज सोमवार 8 जनवरी से तीन दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की गयी. कर्मचारियों ने छपरा जंक्शन कार्यालय के सामने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना था कि सांसदों और विधायकों को ताउम्र पेंशन मिलेगी, उनकी पेंशन में कोई कटौती नहीं होगी जबकि रेल कर्मचारी जो आवश्यक सेवाओं में आता है उनकी पेंशन में लगातार कटौती की जा रही है. प्रदर्शनकारियों ने रेल चक्का जाम करने की भी चेतावनी दी.
विराेध मार्च निकाला फिर शुरू की भूख हड़ताल: रेल कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 11 तारीख तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इसके पूर्व सभी कर्मचारियों ने छपरा जंक्शन स्थित क्रु लाबी से विरोध मार्च निकाला जो प्लेटफार्म सर्कुलेटिंग एरिया होते हुए स्टेशन मैनेजर छपरा जंक्शन के कार्यालय तक गया. वहां पर इन सभी रेल कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की. नई पेंशन नीति को लेकर रेल कर्मचारियों में खासा आक्रोश है. जब से यह लागू हुई है तब से रेल कर्मचारी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं.
छपरा में रेल कर्मचारियों की तीन दिवसीय भूख हड़ताल, नई पेंशन स्कीम का विरोध - railway workers strike
नई पेंशन स्कीम के विरोध में रेल कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरू की. तीन दिन तक भूख हड़ताल चलेगी. छपरा जंक्शन कार्यालय के सामने रेल कर्मियों ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. उनका कहना था कि इसके बाद चक्का जाम किया जाएगा. पढ़ें, विस्तार से.
Published : Jan 8, 2024, 4:05 PM IST
पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग: गौरतलब है कि रेल कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम से हटकर नई पेंशन स्कीम में रखा गया है. जिससे इन कर्मचारियों में काफी आक्रोश है. इनका कहना है कि वह आवश्यक सेवाओं में आते हैं और भारत सरकार के इस उपक्रम में अगर नई पेंशन स्कीम जो लागू की गई है उसका यह लोग पुरजोर विरोध करते हैं. आगे भी करते रहेंगे. इन लोग की मांग है कि जल्द से जल्द पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए नहीं तो वे लोग मजबूरन रेल का चक्का जाम करेंगे.
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