छपरा/नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने छपरा जहरीली शराब त्रासदी (Chhapra Hooch Tragedy ) की स्वतंत्र और एसआईटी जांच की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया है, जिसमें अब तक 40 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की इजाजत दे दी है. बता दें कि बिहार के जिस छपरा शराब कांड (Saran Hooch Tragedy) में 73 लोगों की जान जानें की खबरें सामने आईं थीं.
ये भी पढ़ें- छपरा जहरीली शराब कांड पर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका, 9 जनवरी को होगी सुनवाई
छपरा में जहरीली शराब कांड में 73 लोगों की मौत:छपरा में जहरीली शराब पीने से 73 लोगों की मौत (Death due to alcohol in Bihar) हो चुकी है. हालांकि सरकारी आंकड़ा 40 है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे बिहार में सियासी रूप से खलबली मची है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली से गिरफ्तार छपरा शराबकांड का मास्टरमाइंड :पिछले दिनों ही इस मामले में होम्योपैथिक दवा से शराब बनाने वाले मास्टरमाइंड को दिल्ली से गिरफ्तार (Chapra Hooch Tragedy mastermind Ram Babu arrested) किया गया है. इस मास्टरमाइंड का नाम राम बाबू है, उसकी उम्र 35 वर्ष बताई जा रही है. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने शराब में केमिकल डालकर उसे तैयार किया था, जिसे पीने की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी.
जहरीली शराब का मुख्य सप्लायर गिरफ्तार:छपरा जहरीली शराबकांड में जिस शराब को पी कर लोग मर थे. वो मिलावटी शराब बनाने का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आपूर्तिकर्ता संजीव कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार करने के बाद, इस घटना में अबतक 16 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले की जांच के क्रम में आये तथ्यों के आधार पर इस घटना में और कौन-कौन शामिल है, उन अपराधकर्मियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.