सारण :बीते दिनों आये तेज आंधी पानी और ओला गिरने की घटनाओं से खेतों में लगी तैयार रवि की फसल जिसमें प्रमुख फसल गेहूं की काटाई के समय प्रकृति के रौद्र रूप से किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. इस समय हुई जोरदार बारिश ने तैयार गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है. कहीं-कहीं तो खेत में ही पूरी फसल बर्बाद हो गयी, तो कही कटाई के बाद दवनी नहीं होने से फसलों को नुकसान हुआ है.
किसानों को मुआवजा दे राज्य सरकार - मढ़ौरा विधायक
विधायक जितेन्द्र राय ने राज्य सरकार से मांग की कि सभी पीड़ित किसानों की बर्बाद हुये फसलों का सर्वे कराया जाए और राज्य सरकार इस कार्य को जल्द से जल्द कराकर किसानों को उनका मुआवजा दे. ताकि लॉकडाउन और फसलों की बर्बादी की दोहरी मार झेल रहे किसानों को कुछ राहत मिल सके. ताकि वे फिर से खेती करने के लायक हो सके.
कटनी के कार्य में जुट गये थे किसान
छपरा के देहाती इलाकों की बात करें तो राज्य सरकार ने सभी को लॉकडाउन में रहने का आदेश दिया था. या यू कहे की पुरे देश में लॉकडाउन है और इस दौरान कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकल रहा था. वहीं, गेहू की कटनी के लिये मजदूर भी नहीं मिल रहे थे, क्योकिं जो भी व्यक्ति जहां था. वह लॉकडाउन के कारण घर से निकल नहीं पा रहा था. इस दौरान गेहूं की फसल पक कर पूरी तरह से तैयार हो गयी थी. वहीं, जब राज्य सरकार ने इस आदेश में कुछ मोहलत दी, तो किसान कटनी के कार्य में जुट गये.
किसानों को मिल सके कुछ राहत
छपरा के मढ़ौरा विधायक ने कहा कि सारण जिला में 1 लाख 30 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती होती है और लॉकडाउन के कारण कटनी में देर हुआ, जिससे मौसम की मार किसानों पर पड़ी और तेज आधी पानी ने किसानों की फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. वहीं, विधायक जितेन्द्र राय ने राज्य सरकार से मांग की की सभी पीड़ित किसानों की बर्बाद हुये फसलों का सर्वे कराया जाए और राज्य सरकार इस कार्य को जल्द से जल्द करा कर किसानों को उनका मुआवजा दे. ताकि लॉकडाउन और फसलों की बर्बादी की दोहरी मार झेल रहे किसानों को कुछ राहत मिल सके. ताकि वे फिर से खेती करने के लायक हो सके.