सारण :सावन के पहले सोमवार को शिवभक्तों के बोलबम उद्घोष से छपरा शहर गुंजायमान रहा. जिले के अति प्राचीनतम शिवालयों में से एक छपरा स्थित धर्मनाथ मंदिर में शिवभक्तों ने अहले सुबह कतारबद्ध होकर भगवान शिवशंकर को खुश करने के लिए जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की.
हर मनोकामना होती है पूर्ण
सरयुग और गंगा के तट पर स्थित इस मंदिर को मनोकामना पूर्ण लिंग का नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्ची निष्ठा से भगवान भोलेनाथ से मन्नत मांगता है उसकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
शहर का प्राचीन शिवमंदिर
वैसे तो इस मंदिर के स्थापनाकाल से जुड़ा कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है, लेकिन मंदिर के पुजारी और दन्तकथाओं कि मानें तो मंदिर की चर्चा कई पुराणों और सारण गजेटियर में भी है. कहा जाता है कि यह मंदिर करीब एक हजार वर्ष पुरानी है. यहां सन् 1016 में एक शिवलिंग प्रकट हुआ था. शिवलिंग की पूजा-अर्चना उस समय एक संत बाबा धर्मनाथ ने शुरू की और कालांतर में उन्हीं के नाम पर इस मंदिर का नामकरण हुआ.