सारण: बिहार के सारण जिले के रहने वाली शिखा ने पहले ही बार में 65 वीं बीपीएससी (BPSC) की परीक्षा में सफलता पा लिया है. ये इस प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा में 37वां रैंक प्राप्त कर अब बिहार में एसडीएम (SDM) के पद को सुशोभित करेंगी. शिखा एनआइटी जमशेदपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर पहले ओरेकल जैसी मल्टीनेशनल कंपनी (Multinational Company Oracle) में सेवा दे चुकी हैं.
ये भी पढ़ें-खाद बेचने वाले के बेटे ने BPSC में मारी बाजी, 8वीं रैंक लाकर जिले का नाम किया रोशन
मढ़ौरा प्रखंड स्थित राजगांवा निवासी इंजिनियर संतोष कुमार एवं शिक्षिका भागमणी देवी की छोटी बेटी शिखा ने पहले ही प्रयास में 65 वीं बीपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. इंजीनियर संतोष कुमार की तीन पुत्रियों में शिखा सबसे छोटी हैं जबकि उनकी बड़ी पुत्री सिप्पी कुमारी केनरा बैंक समस्तीपुर में शाखा प्रबंधक हैं. दूसरी पुत्री डेजी कुमारी, आईआईटी खड़गपुर एवं आईआईएम कोलकाता से पढ़ाई कर फिलहाल फ्रांस में एमेजॉन जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रहीं हैं.
ये भी पढ़ें-वरुण ने बढ़ाया नालंदा का मान, BPSC की परीक्षा में लाया तीसरा स्थान
शिखा की इस असाधारण सफलता से उनके घर परिवार, रिश्तेदारों के साथ-साथ गांव के लोगों में खुशी का माहौल है. लोग अपने गांव की इस बेटी पर गर्व कर रहे हैं. उनकी प्रेरणास्रोत रहे उनके बड़े बहनोई समस्तीपुर यूनियन बैंक के प्रबन्धक रविभूषण कुमार ने बताया कि शिखा ने प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा हाजीपुर से प्राप्त की. इंजीनियरिंग की पढ़ाई एनआइटी जमशेदपुर से पूरी की. बीपीएससी में सफल होने के बाद शिखा ने इसका श्रेय गुरुओं के साथ-साथ अपनी माता भागमनी देवी और पिता इंजीनियर संतोष कुमार को दिया है.
'इतने से संतुष्ट नही हूं. भविष्य में यूपीएससी में सफल होकर आइएएस अधिकारी बनना चाहती हूं.': शिखा, 65 वीं BPSC सफल प्नतिभागी