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सारण ने बनाया रिकॉर्ड, एक साल में 3229 गाड़ियों पर लगाया गया 19.86 करोड़ का जुर्माना

बिहार के सारण में अवैध ओवरलोडिंग व बालू (Illegal Sand Mining In Saran) के धंधेबाजों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है. जिला परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2021- 2022 में सबसे ज्यादा बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों से जुर्माना वसूला है, जो बिहार के सभी जिलों में सबसे ज्यादा है. पढ़ें पूरी खबर..

Saran made a record
Saran made a record

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Published : Apr 26, 2022, 3:37 PM IST

सारण (छपरा):बिहार में शराबबंदी (Liquor ban in bihar) के बावजूद अवैध रूप से शराब का कारोबार किया जाता है. ठीक उसी तरह बालू के अवैध कारोबार में भी हजारों लोग लगे हुए हैं. इसमें से खनन माफिया, ट्रक ड्राइवर और ट्रक के मालिक से लेकर नदी से बालू निकालने और ट्रक पर लोड करने वाले मजदूर भी शामिल हैं. इन सबका रैकेट है जो नीचे से ऊपर तक बाकायदा सभी को मैनेज भी करता है. सारण जिला परिवहन विभाग (Saran District Transport Department ) ने पूरे साल इन तमाम धंधेबाजों पर कार्रवाई करते हुए सबसे ज्यादा जुर्माना वसूलने का रिकॉर्ड बनाया है.

पढ़ें- सारण में अवैध बालू खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई, भारी मात्रा में बालू जब्त


सारण ने जुर्माना वसूलने का बनाया रिकॉर्ड:ओवरलोड ट्रकों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. अगर वित्तीय आंकड़ों की बात करें तो सारण जिला परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2021- 2022 में सबसे ज्यादा बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों से जुर्माना वसूला है, जो बिहार के सभी जिलों में सबसे ज्यादा है. सारण एमवीआई संतोष कुमार के अनुसार पूरे वित्तीय वर्ष में 3229 गाड़ियों को ओवरलोडेड बालू लदे होने के कारण पकड़ा गया और इन पर 19 करोड़ 86 लाख रुपए का जुर्माना (19 Crore 86 Lakh Fine From Sand Mafia In Saran) किया गया. इसमें से 12 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि प्राप्त हो चुकी है जबकि 7 करोड़ पचास लाख रुपए अभी आने के प्रोसेस में है. जोकि कानूनी प्रक्रिया में लंबित हैं. इस प्रकार 19 करोड़ 86 लाख रुपए वसूल कर सारण परिवहन विभाग में सबसे ज्यादा जुर्माने का रिकॉर्ड वसूली का कीर्तिमान स्थापित किया है.

फाइनेंशियल ईयर में प्रशासन द्वारा 3229 गाड़ियों को पकड़ा गया.इन पर 19 करोड़ 86 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया. 1743 गाड़ियां मेरे विभाग द्वारा जब्त किया गया जिसमें 10 करोड़ 80 लाख का जुर्माना हुआ. ओवरऑल जुर्माने की राशि का 12 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि हमारे खाते में आ चुका है.-संतोष कुमार, एमवीआई सारण

अवैध बालू खनन जारी: बिहार में बालू बिक्री, इसके खनन और परिवहन के लिए बिहार सरकार ने नियम बनाये हुए हैं. बालू खनन कैसे करना है और इसका परिवहन किस प्रकार किया जाना है और ट्रक पर ले जाये जाने वाले बालू की कितनी मात्रा होनी चाहिये, सबकुछ तय है. लेकिन बिहार में सभी नियम कानून को ठेंगे पर रखकर बालू माफिया बकायदा खनन करते हैं और ट्रकों पर ओवरलोडेड बालू एक जगह से दूसरी जगह भेजते हैं.

नियमों का नहीं होता पालन:एक ट्रक बालू जो सरकारी खाते में रहता है और उसमें लगभग डेढ़ ट्रक बालू भेजा जाता है. इस ओवरलोडेड बालू पर जिला परिवहन विभाग के जिला परिवहन पदाधिकारी के साथ मोटर वाहन निरीक्षक और खनन विभाग के अधिकारी लगातार कार्रवाई करते हैं. निर्धारित मात्रा से अधिक बालू लदे ट्रकों को पकड़कर बकायदा जुर्माना किया जाता है और बालू लदे ओवरलोड ट्रकों को सीज किया जाता है. जब तक जुर्माने की राशि अदा नहीं की जाती है तब तक ट्रकों को छोड़ा नहीं जाता है.

जाम से परेशान रहते हैं लोग:हालांकि इन ओवरलोडेड ट्रकों के कारण हमेशा mh19 सहित कई ऐसे राजमार्ग हैं जो जाम रहते हैं क्योंकि बिहार में कई पुलों पर बड़े वाहनों की एंट्री नहीं है. केवल दो ही पुल ऐसे हैं जिस पर बड़े वाहन बालू लेकर आ सकते हैं. एक बेगूसराय पर गंगा नदी का पुल और दूसरा आरा छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु दक्षिणी बिहार से उत्तरी बिहार आने के यही दो पुल वर्तमान में परिवहन के मुख्य केंद्र बने हुए हैं.

अवैध बालू खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई: इस कारण छपरा जिले के सभी राजमार्ग पूरी तरफ से जाम रहते हैं. आरा छपरा पुल पर इससे लगने वाले अन्य सड़कों पर जाम की स्थिति बद से बदतर रहती है. वहीं बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों के कारण अक्सर दुर्घटनाएं भी होती हैं. इन दुर्घटनाओं पर रोक लगाने का प्रयास जिला प्रशासन कई बार कर चुका है, लेकिन उसको सफलता नहीं मिली है. वहीं बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के गुजरने पर उनकी परिवहन विभाग द्वारा चेकिंग की जाती है.

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