सारण: एनआरसी और सीएए के विरोध में छपरा के परसा में राजद दो खेमों में बंटा दिखा. राजद का एक गुट एनआरसी और सीएए के खिलाफ बिहार बंद के समर्थन में उतरा था, तो वहीं दूसरे गुट ने बंद का विरोध करते हुए सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. राजद कार्यकर्ताओं ने दरोगा राय चौक पर पूर्व मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया.
सारण : दो खेमों में बंटा राजद, एक ने किया समर्थन तो दूसरे ने फूंका राबड़ी देवी का पुतला
एनआरसी और सीएए के विरोध में छपरा में राजद दो खेमे में बंटा दिखा. राजद का एक गुट एनआरसी और सीएए के खिलाफ बिहार बंद के समर्थन उतरा था, तो वही दूसरे गुट ने बंद का विरोध करते हुए सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
यातायात किया बाधित
पहले खेमे में शामिल समर्थकों ने पूरे दिन बंद को सफल बनाने के लिए दरोगा राय चौक पर आगजनी कर सड़क जाम कर यातायात बाधित किया. इस दौरान केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की.
'चुनाव लड़ा तो हालत होगी खस्ता'
वहीं, दूसरे खेमे के राजद कार्यकर्ता राजद विधायक चंद्रिका राय की बेटी के साथ हुए विवाद को लेकर काफी नाराज दिखे. इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व राजद नेता उमेश राय कर रहे थे. उमेश राय ने कहा कि अब इस क्षेत्र से लालू परिवार का कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ा, तो उसकी हालत खस्ता होगी. राजद नेता ने पुराने दिनों को याद दिलाते हुए कहा कि परसा के लोगों ने ही राजद सुप्रीमो को कभी भारी मतों से विजयी बनाया था.