मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को मिलेगी सीधी नौकरी छपरा: बिहार के छपरा में कला-संस्कृति और युवा खेल मामले के मंत्री जितेंद्र रायने (Minister Jitendra rai statement) कहा कि मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को सीधे नौकरी मिलेगी. ओलंपिक, काॅमन वेल्थ, एशियन गेम जैसी प्रतिस्पर्धा में मेडल जीतकर आने वाले खिलाड़ियों को बीपीएससी की परीक्षा नहीं देनी होगी. उन्हें राज्य में सीधे नौकरी मिलेगी. वैसे भी मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था मेडल लाओ नौकरी पाओ. यह काफी स्वागत योग्य कदम है.
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"मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को सीधे नौकरी मिलेगी. ओलंपिक, काॅमन वेल्थ, एशियन गेम जैसी प्रतिस्पर्धा में मेडल जीतकर आने वाले खिलाड़ियों को बीपीएससी की परीक्षा नहीं देनी होगी. उन्हें राज्य में सीधे नौकरी मिलेगी. वैसे भी मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था मेडल लाओ नौकरी पाओ. यह काफी स्वागत योग्य कदम है"-जितेंद्र राय, मंत्री, कला संस्कृति और युवा खेल
खेल के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्धः जितेंद्र राय ने कहा कि सरकार खेलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और उसके लिए लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार के सभी प्रखंडों में स्टेडियम बनाए जाएंगे. इसके लिए हम लोग ने सभी खेल पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई है. बैठक में इस पर चर्चा हुई है कि आप लोग जगह चिह्नित करें, ताकि प्रत्येक प्रखंड में स्टेडियम का निर्माण हो सके. उन्होंने कहा कि बिहार ने खेलों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और काफी मेडल लाए हैं.
मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को सीधे मिलेगी नौकरीःजितेंद्र राय ने मुख्यमंत्री के इस कथन का भी स्वागत किया कि अब किसी भी स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी जो मेडल लाते हैं. उनको अब डायरेक्ट चयनित कर नौकरी दी जाएगी. उन्हें किसी प्रकार की परीक्षा नहीं देनी है. केवल वह अपने खेल पर ध्यान दें और राज्य और देश के लिए मेडल जीतें. उनकी नौकरी बिहार सरकार में फिक्स है. वैसे खिलाड़ी जो खेल के प्रति समर्पित हैं और खेलना चाहते हैं. इसके लिए बिहार सरकार खेलों के प्रोत्साहन को लेकर लगातार काम कर रही है.
होनहार खिलाड़ी को सरकार अपने खर्चे पर कराएगी ट्रेनिंगः उन्होंने कहा कि होनहार खिलाड़ियों को बिहार सरकार अपने खर्चे से बेहतर ट्रेनिंग के लिए जरूरत पड़ी तो बिहार में और बिहार के बाहर भी भेजेगी. यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और कई खिलाड़ियों को बिहार के बाहर भी ट्रेनिंग के लिए भेजा जा रहा है, ताकि उन्हें बेहतर ट्रेनिंग मिले और उनके खेल में निखार आये. वह राज्य के लिए और देश के लिए मेडल जीते. इसके लिए खेल और युवा विभाग लगातार प्रयासरत है.