सारण:बिहार में बाढ़ (Flood in Bihar) से हाहाकार है. छपरा में गंगा (Flood in Chapra) के बाढ़ का पानी नेशनल हाईवे-19 को आर-पार कर रहा है. गंगा की बाढ़ की चपेट में आने से पूरा इलाका डूबा हुआ है. डोरीगंज बाजार (Doriganj Bazar) में गंगा का पानी NH-19 पर एक फीट ऊपर तक बह रहा है. इसी बाजार में सड़क किनारे खनुआ नाला भी बहता है. जिसमें आलू लदा पिकअप गिर गया. ड्राइवर को पानी में डूबे नाले का अंदाजा नहीं था.
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स्थानीय लोगों ने पिकअप के ड्राइवर और खलासी को बचाया. दोनों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. स्थानीय लोग मदद को आगे न आते तो ड्राइवर और खलासी की मौत हो जाती. लोगों ने अपनी जान पर खेलकर उसे बचाया.
'सड़क नाले में डूबी हुई है. हम लोगों की दुकान भी डूबी हुई है. ड्राइवर को पता नहीं था कि नाला है. उसमें पिकअप चली गई. हम लोगों ने तुरंत उसकी मदद की. उसे जानपर खेलकर बचाया'- स्थानीय निवासी, डोरीगंज, छपरा
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गौरतलब है कि गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर रहा है. NH-19 पर गंगा का पानी मांझी से लेकर सोनपुर तक फैला हुआ है. जिसकी वजह से आवागमन पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है. सड़क मार्ग से लोगों तक मदद भी नहीं पहुंच पा रही है.
बिहार में 26 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. 20 लाख से ज्यादा की आबादी त्राहिमाम कर रही है. छपरा, पटना, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार में गंगा का पानी तबाही मचाए हुए हैं. गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. दियारा इलाके में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. सीएम नीतीश भी दो बार हवाई सर्वेक्षण के बाद जमीनी हकीकत जानने के लिए सड़क मार्ग से बाढ़ का निरीक्षण कर चुके हैं.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से NDRF और SDRF की टीमों को तैनात किया गया है. राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में सामुदायिक किचन भी चलाए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी कई ऐसे इलाके हैं जहां अब भी सरकारी मदद का इंतजार हो रहा है.
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