छपरा: टोक्यो ओलिंपिक में देश का पहला गोल्ड नीरज चोपड़ा (Niraj Chopra) ने भाला फेंक में दिलाया है. नीरज चोपड़ा ने गोल्ड (Gold Medal) जीतकर देशभर के लोगों का दिल भी जीत लिया. पूरे देश में गोल्ड मेडल आने से जश्न का माहौल है. बिहार में इस जीत को उत्सव की तरह मनाया जा रहा है. छपरा जिले में लोगों ने सड़क पर उतरकर आतिशबाजी की और देशभक्ति के नारे लगाये.
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नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने के बाद लोगों ने छपरा के नगरपालिका चौक पर जमकर आतिशबाजी की. सारण जिला भारोत्तोलन संघ और अन्य खेल संघों ने ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीतने पर जश्न मनाया.
वहीं, सांसद राजीव प्रताप रूडी ने स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी. सारण जिला भारोत्तोलन संघ के सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि आज हमारे लिए काफी खुशी की बात है. भारत में ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता है. हम सभी विजेता खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हैं.
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वहीं, बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) के भाला फेंक में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के स्वर्ण पदक जीतने पर को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.
नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत के रहने वाले हैं. उनका जन्म 24 दिसंबर 1997 को एक किसान परिवार में हुआ था. चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के पासआउट नीरज ने एथलेटिक्स को ज्वॉइन करने का मकसद दिलचस्प है. वह अपना वजन कम करने के लिए इस फील्ड में उतरे थे. नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक के लिए जर्मनी के बायो मैकेनिक्स एक्सपर्ट क्लाउस बार्तोनित्ज से ट्रेनिंग ली है.
भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बना ली थी. आपको बता दें कि नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत जिले के खंड़रा गांव के रहने वाले हैं. ओलंपिक मुकाबले से पहले ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने नीरज चोपड़ा के परिजनों से बात की थी. नीरज चोपड़ा के परिजन शुरू से ही अपने बेटे के प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त थे. नीरज के चाचा भीम चोपड़ा का कहना था कि वह हमेशा से ही अपने खेल को लेकर गंभीर रहा है.