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BJP सांसद रूडी से बोले पप्पू यादव- सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार कीजिए... दे रहा 70 ड्राइवर, एंबुलेंस दीजिए - पप्पू यादव

बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने अपने संसदीय कोष से करोड़ों की एंबुलेंस खरीदकर पंचायतों में संचालन के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को सौंपा था, लेकिन यह एंबुलेंस पंचायत प्रतिनिधियों ने संचालित नहीं की. इसको लेकर पप्पू यादव ने ट्वीक कर सवाल खड़े किए हैं.

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Published : May 7, 2021, 9:32 PM IST

Updated : May 7, 2021, 9:39 PM IST

पटना: कोरोना काल में भी जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव घूम-घूमकर सरकार की कमियों को उजागर करने में जुटे हुए हैं. साथ ही पप्पू यादवमुसीबत में फंसे लोगों को राहत भी पहुंचा रहे हैं. कभी वे कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच अस्पताल में तो कभी श्मशान में संक्रमित शव के बीच नजर आते हैं.

दरअसल, छपरा में बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एंबुलेंस खड़ी थी. इसको देखकर पप्पू यादव ने कहा कि अभी जिस तरह का माहौल है. ऐसे में एंबुलेंस की जरूरत है. लेकिन यहां ऐसे ही रखी गई है. इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर दिया. अब उनका यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है.

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पप्पू यादव ने लिखा “ बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एंबुलेंस बरामद! सांसद विकास निधि से खरीदा गया एंबुलेंस किसके निर्देश पर यहां छिपाकर रखा गया है, इसकी जांच हो. सारण डीएम, सिविल सर्जन यह बताएं! बीजेपी जवाब दे!”

पप्पू यादव ने ट्वीट कर लिखा कि 'माननीय रूडी जी, सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है. आपको ड्राइवर नहीं हो रहा है तो सारण, पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एम्बुलेंस उपलब्ध कराएं. मैं 70 ड्राइवर देता हूं. कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी. घटिया राजनीति नहीं करता सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं'.

'अमनौर की शोभा बढ़ा रहा एंबुलेंस'
पूर्व सांसद लालू प्रसाद यादव ने अपने संसदीय कोष से करोड़ों की बसें खरीदी थी, लेकिन संचालन नहीं होने का कारण वो बसे अब कबाड़ बन गईं. अब वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी की योजना का भी कुछ ऐसा ही हाल दिख रहा है. दरअसल, रूडी ने अपने संसदीय कोष से करोड़ों की एंबुलेंस खरीदकर पंचायतों में संचालन के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को सौंपा था, लेकिन यह एंबुलेंस पंचायत प्रतिनिधियों ने संचालित नहीं की. अब ये तमाम एंबुलेंस सांसद के पैतृक गांव अमनौर की शोभा बढ़ा रहे हैं.

नियमों का पालन नहीं करने का आरोप
बताया जा रहा है कि एंबुलेंस के संचालन कर रहे लोगों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई. साथ ही एंबुलेंस संचालन के नियमों का पालन नहीं किया गया, इसके कारण एंबुलेंस को वापस ले लिया गया. हालांकि पंचायत प्रतिनिधियों के इसमें रुचि नहीं दिखाने के पीछे एक वजह भी मानी जा रही है कि एंबुलेंस संचालन में अनावश्यक हस्तक्षेप किया जा रहा था.

दिलचस्पी नहीं दिखा रहे पंचायत प्रतिनिधि
मिली जानकारी के अनुसार, सांसद पंचायत एंबुलेंस सेवा के संचालन का पेंच मुखिया व सचिव से किए जानेवाले एग्रीमेन्ट के बीच फंसा हुआ है. जहां प्रत्येक पंचायत के संबंधित मुखिया व पंचायत सचिव को जरूरी शर्तों के साथ सौंपा जाना है और पंचायतों के मुखिया इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.

Last Updated : May 7, 2021, 9:39 PM IST

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