बिहार

bihar

ETV Bharat / state

सारण समाहरणालय परिसर में खुला नीरा स्टॉल, बोले DM राजेश मीणा- यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

सारण में जिला पदाधिकारी कार्यालय में नीरा स्टॉल (Neera Stall inaugurated by Dm Rajesh Meena In Saran) खोला गया है. इस मौके पर जिलाधिकारी राजेश मीणा (Neera Stall In Collectriate At Saran) ने कहा कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभप्रद होता है. पढ़ें पूरी खबर...

सारण समाहरणालय में खुला नीरा स्टॉल
सारण समाहरणालय में खुला नीरा स्टॉल

By

Published : May 22, 2022, 1:01 PM IST

सारण:बिहार केसारण जिले में नीरा स्टॉल की शुरुआत की गई है. जिलाधिकारी राजेश मीणा (Neera Stall In Collectriate At Saran) ने समाहरणालय परिसर में जिला अवर निबंधन कार्यालय के पास स्टॉल का उद्घाटन फीता काटकर किया गया. इस स्टॉल को जीविका दीदीयों के माध्यम से संचालित किया जाएगा. उद्घाटन के बाद डीएम ने खुद भी नीरा का सेवन किया गया. उन्होंने नीरा से होने वाले फायदे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसमें खनिज लवण, कैल्शियम, फास्फोरस, लौह, विटामिन ए, बी एवं सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह पाचन शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इसके सेवन से पेट संबंधित बीमारी दूर होती है.

यह भी पढ़ें:पटना: बिहटा में नीरा संग्रह सह विक्रय केंद्र का दानापुर एसडीएम ने किया उद्घाटन, बोले- 'यह स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक'

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया गया कि बिहार सरकार की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल नीरा का उत्पादन कार्य जीविका दीदीयों के माध्यम से किया जा रहा है. बिहार में शराब बंदी कानून से प्रभावित होकर शराब एवं ताड़ी का कारोबार करने वाले लोग अपने जीविकोपार्जन के लिए नीरा को बढ़ावा देंगे. उसके साथ वैकल्पिक व्यवसाय के लिए सरकार के द्वारा लक्षित परिवारों को नीरा व्यवसाय से जोड़ने की दिशा में सराहनीय पहल की गयी है. ताड़ी और दारू व्यवसाय के व्यवसाय से जुड़े सभी चिह्नित परिवार को नीरा व्यवसाय से जोड़ने के लिए उनको उत्साहित किया जाएगा.



प्रतिदिन जिले में 850 लीटर नीरा का उत्पादन: जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि नीरा पेय पदार्थ की बिक्री के लिए अब तक जिले के सभी 20 प्रखंडों में बीस नीरा स्टॉल खोला जा चुका है. समाहरणालय परिसर में दो स्टॉल प्रारंभ किया जा रहा है. इस प्रकार अब तक जिले में कुल 22 स्टॉल खोले जा चुके है. जहां लोगों को आसानी से नीरा उपलब्ध हो सकेगा. सारण जिला में अभी तक 15850 लीटर नीरा का उत्पादन किया जा चुका है. लगभग 850 लीटर नीरा का उत्पादन प्रतिदिन किया जा रहा है. जिले में 376 ट्रैपर को प्रशिक्षित किया गया था, जिसमें 108 ट्रैपरों के द्वारा प्रतिदिन नीरा का उत्पादन एवं ब्रिक्री किया जा रहा है. सरकार के द्वारा इस व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नीरा के बने अन्य उत्पाद जैसे पेड़ा, आईसक्रीम एवं बिस्किट बनाने हेतु भी उत्साहित किया गया है. नीरा से संबंधित ट्रैपरों को इसके उत्पाद एवं बिक्री के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.

डीएम ने बताया नीरा के फायदे:जिलाधिकारी नेबताया गया कि नीरा पेय ताड़ और खजूर पेड़ से निकलने वाले प्रकृति का दिया हुआ रस है. प्रकृति के रस का आधुनिक वैज्ञानिक पद्धति से पैकेजिंग किया जाता है. इसे ठंडा रखने हेतु फ्रीज का प्रयोग किया जाता है. खून में हीमोग्लोबीन की कमी को पूरा करता है. इसलिए खून की कमी वाले व्यक्तियों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है. नीरा के सेवन मात्र से ही कई बीमारी ठीक हो जाते हैं. सरकार के द्वारा इस व्यवसाय को बढ़ावा देने का मकसद ताड़ी एवं दारू व्यवसाय से जुड़े परिवारों को हटाकर सही दिशा में ले जाना भी है.

यह भी पढ़ें:मसौढ़ी: लखनौर में नीरा उत्पादन केन्द्र का उद्घाटन, 20 नये लोगों को मिला लाइसेंस

मौजूद रहे अधिकारी:इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ उत्पाद अधीक्षक रजनीश, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार, जिलाधिकारी के विशेष कार्य पदाधिकारी रजनीश कुमार राय, जिला अवर निबंधन पदाधिकारी मनीष कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी जीविका विनय कुमार एवं जीविका समूह की दीदीयों की उपस्थिति रही.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details