छपरा: जिले के सहाजितपुर थाना क्षेत्र के मौजेगोवा ओझा टोला में जमीनी विवाद में एक बुजुर्ग घायल हो गए थे. वहीं रविवार को घायल बुजुर्ग की मौत हो गई. इस घटना के बीद से ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया है.
जमीन को लेकर विवाद
कैलाश ओझा के पुत्र दीपक कुमार ओझा और पौत्र सुमित ओझा ने बताया कि उनके पड़ोसी लालदेव ओझा से वर्षो से जमीन बिवाद चल रहा था. इसकी जानकारी कई बार स्थानीय थाने को दी गई थी. इस मामले को लेकर कई बार स्थानीय पंचो के माध्यम से पंचायत भी की गई, लेकिन पड़ोसी पंचो के फैसले को नहीं मान रहे थे. दीपावली की सुबह मृतक के परिजन अपने नीजि जमीन में निर्माणाधीन भवन के नींव में मिट्टी डाल रहे थे, जिसे लेकर पड़ोसी ने विवाद शुरू कर दिया था.
इंस्पेक्टर की गाड़ी पर पथराव
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने एक पुलिसकर्मी के एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए पुलिस के समक्ष प्रदर्शन किया है. इस मौके पर पहुंचे पुलिस इंस्पेक्टर आरएस यादव और थानाध्यक्ष संजय प्रसाद आक्रोशितों को समझाने का प्रयास कर ही रहे थे. इसी दौरान अचानक आक्रोश दोबारा भड़क गया और ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर और थाने की गाड़ी पर पथराव करते हुए शीशे को तोड़ दिया.
विवाद में बुजुर्ग घायल
हालांकि पथराव में किसी पुलिस कर्मी की घायल होने की सूचना नही है. आक्रोशितों के पथराव के बाद अफरा-तफरी मची हुई है. वहीं विवाद के दौरान धक्का-मुक्की के बाद बीमार हुए गांव के ही 70 वर्षीय कैलाश ओझा की मृत्यु हो गई. बुजुर्ग की मौत के बाद पुलिस की कार्यशैली से ग्रामीण काफी नराज थे. आक्रोशित ग्रामीणों ने घटनास्थल से शव उठाने से मना करते हुए पुलिस अधिकारी और आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
जांच में जुटी पुलिस
एएसआई ने जमीन की कागजात देखे बगैर एक पक्षीय होकर जमीन खाली करने की धमकी बुजुर्ग को देने लगा. वहीं पुलिस के जाने के कुछ ही देर बाद छह से अधिक संख्या में पड़ोसी मौके पर पहुंच गए. सभी बुजुर्ग और उसके पौत्र सुमित के साथ मारपीट करने लगे, जिसके बाद बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ गई. बुजुर्ग को आनन-फानन में रेफरल अस्पताल बनियापुर ले जाया गया. वहीं उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया गया. वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुटी हुई है.