छपरा: लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है. सूर्य उपासना के चार दिवसीय अनुष्ठान के प्रथम दिन शुक्रवार को नहाय खाय है. छठ वर्ती नदियों और तालाबों में स्नान करने के बाद वहा से नदियों का पवित्र जल घर लाते हैं. इसी से महाप्रसाद बनाया जाता है.
छपरा में भी नहाय खाय के साथ छठ शुरू: इस अनुष्ठान के पहले दिन छठ व्रती सूर्य भगवान का जलाभिषेक करती हैं. उसके बाद अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी का महाप्रसाद बनाया गया और इस महाप्रसाद को पहले सूर्य देवता को अर्पित किया जाता है. उसके बाद छठ व्रती इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं. उसके बाद सभी को महाप्रसाद का वितरण किया जाता है.
नहाय खाय में कद्दू की बढ़ जाती है मांग:कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से इस पर्व की शुरुआत होती है. मूलत है यह महापर्व बिहार का है, लेकिन इसकी महत्ता को देखते हुए अब यह देश-विदेश में भी मनाया जाने लगा है. इस महापर्व को लेकर आज बाजारों में सबसे ज्यादा कद्दू की डिमांड होती है और कद्दू काफ़ी महगा बिकता है.
रेल प्रशासन सर्तक:वहीं बिहार के बाहर रहने वाले लोग अपने प्रदेश बिहार बड़ी संख्या में आते हैं. इसके लिए रेल प्रशासन ने बड़ी व्यापक तैयारी की है और यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए कई विशेष ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है. ताकि यात्रियों की किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो.
जिला प्रशासन ने भी कसी कमर: वहीं छठ व्रत को लेकर जिला प्रशासन भी व्यापक पैमाने पर तैयारी कर रहा है. सभी नदी घाटों को छठ व्रतियों के सहूलियत के लिए तैयार किया जा रहा है. सड़क बिजली पानी सुरक्षा को लेकर लगातार जिला प्रशासन कार्रवाई कर रहा है. सभी छठ घाटों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस फोर्स और गोताखोर तैनात किए गए हैं. एसडीआरएफऔर एनडीआरएफ के साथ अग्निशमन विभाग भी पूरी तरह से मुस्तैद है.