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'बालू के खेल' में खूनी संघर्ष, रंगदारी नहीं देने पर गोली मारकर हत्या - खनन विभाग

खनन विभाग और पुलिस के अधिकारी लगातार अवैध बालू खनन के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. इसके बाद भी सोन नदी में बालू की लूट नहीं रुक रही. पुलिस के हटते ही बालू माफिया एक्टिव हो जाते हैं. इसके बाद हत्या का दौर शुरू हो जाता है.

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Published : Aug 26, 2021, 8:53 PM IST

सारण: 'बालू के खेल' (Illegal Sand Mining) में एक बार फिर से खूनी संघर्ष हुआ है. इसमें एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. मामला सोनपुर थाना क्षेत्र के सबलपुर पश्चिमी पंचायत का है. यहां पर रामपुर हसन के एक बालू मजदूर की गोली मारकर हत्या हुई है. मृतक की शिनाख्त राजबल्लभ सिंह उर्फ कटरा के रूप में हुई है.

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इस घटना की जानकारी जैसे ही गांव वालों को मिली, गांव में हाहाकार मच गया. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. लोगों ने बताया कि बालू की रंगदारी वसूली किए जाने पर यह घटना हुई. मौजूद लोगों ने बताया कि मनेर थाना क्षेत्र के शेरपुर से सोन नदी से पीला बालू लादकर सोनपुर आ रहे नाविकों से रंगदारी में पैसे को लेकर विवाद हुआ.

विवाद इतना बढ़ गया कि रंगदारों ने नाव पर गोली चला दी. जिसमें एक मजदूर को गोली लग गयी. गोली लगने से देवनाथ सिंह के 25 वर्षीय बेटे राजबल्लभ सिंह उर्फ कटरा की मौत हो गयी. इसके बाद सभी नाविकों में अफरा-तफरी मच गयी. इस घटना के बाद यहां तरह-तरह की बातें आ रही है. कुछ लोगों का कहना है कि यह हत्या बालू की रंगदारी को लेकर हुई है. तो कुछ लोग इस हत्या को आपसी विवाद बता रहे हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर सोनपुर थाना के कार्यकारी थाना अध्यक्ष ने बताया की शव को कब्जे में लेते हुए मामले की तहकीकात की जा रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया गया है.

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालू ले जाने के लिए कम से कम ₹1000-1500 रंगदारी देनी पड़ती है. नाविक पॉलिथीन में रुपया और थोड़ा बालू भरकर रंगदार की ओर फेंकता है. रंगदारी में जो कम रुपए देता है या विरोध करता है, उसे रंगदारों की गोली का शिकार होना पड़ता है. इसके पहले भी यहां रंगदारी के लिए खून-खराबा हो चुका है. मालूम हो कि रामपुर हसन में बीते वर्ष अक्टूबर माह में भी मारपीट के दौरान वहां के केदार सिंह की मौत हो गई थी. उस घटना में मृतक राजबल्लभ के पिता सहित परिवार के लगभग आधे दर्जन लोग आरोपित बनाए गए थे.

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