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सारण : राजीव प्रताप रुडी ने 132 पुलिस प्रशिक्षु अधिकारियों को दिया व्यख्यान

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Published : Aug 27, 2020, 10:56 PM IST

सांसद राजीव प्रताप रुडी दिल्ली से वर्जुचअल के माध्यम से 132 पुलिस प्रशिक्षुओं अधिकारियों को स्पीच दिया. उन्होंने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा द्वारा चयनित भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की दक्षता को निखारने का सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र है. दक्षता से समृद्धि का बीज पनपता है. सच कहा जाये तो समृद्धि का मूल मंत्र दक्षता में ही निहित है जो जितना दक्ष होता है वो उतना ही समृद्ध होता है.

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सांसद राजीव प्रताप रुडी

सारण:सांसद राजीव प्रताप रुडी ने भारतीय पुलिस सेवा के 132 प्रशिक्षुओं अधिकारियों के बीच वर्चुअल व्यख्यान दे रहे थे. जिसमें 28 महिला आईपीएस और बिहार के एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षु शामिल थे. इस बार का विषय ‘‘पुलिस-राजनीतिज्ञ इंटरफेस’’ था. जिस पर रुडी ने डेढ़ घंटे तक बोलते रहे. सांसद रुडी का स्पीच हर साल पासिंग आउट से पहले सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में होता है.

सांसद राजीव प्रताप रुडी

सांसद रुडी का व्यख्यान
सांसद राजीव प्रताप रुडी दिल्ली से वर्जुचअल के माध्यम से132 पुलिस प्रशिक्षुओं अधिकारियों स्पीच दिया. उन्होंने कहा किसिविल सेवा परीक्षा द्वारा चयनित भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की दक्षता को निखारने का सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र है. दक्षता से समृद्धि का बीज पनपता है. सच कहा जाये तो समृद्धि का मूल मंत्र दक्षता में ही निहित है जो जितना दक्ष होता है वो उतना ही समृद्ध होता है. सारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने सरदार बल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, (हैदराबाद) के प्रशिक्षुओं के ‘‘पुलिस-राजनीतिज्ञ इंटरफेस’’ विषय पर वर्चुअल व्याख्यान के दौरान कही.

132 पुलिस प्रशिक्षु अधिकारी.

पुलिस प्रशिक्षुओं को सिखाए गुण
वहीं गुरुवार को सांसद रुडी एक व्याख्याता की भांति हैदराबाद में आरआर 71 (साल 2018) बैच के भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षुओं के बीच व्याख्यान दे रहे थे. 132 आइपीएस अधिकारियों में 28 महिला अधिकारी भी थी. व्याख्यान में बिहार कैडर के भी आइपीएस अधिकारी थे, जिन्हें प्रशिक्षण के बाद राज्य के विभिन्न भागों में प्रतिनियुक्त किया जायेगा. सांसद रुडी ने कहा कि सामुदायिक पुलिस व्यवस्था के सदियों पुराने तौर-तरीकों पर आज की परिस्थिति के अनुसार पुर्नव्याख्या कर ऐसे रास्ते ढूंढे जाने चाहिए. जिसमें पुलिस जनता के करीब जा सके. उनमें विश्वास और मित्रता का भाव पैदा हो सके.

उन्होंन प्रशिक्षु अधिकारियों कार्यदक्षता के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखने का मार्गदर्शन दिया. क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति ही किसी भी प्रकार के काम को अंजाम दे सकता है. इसीलिए उन्होंने स्वास्थ्य रक्षा के लिए भी उत्प्रेरित किया.

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