सारण (मशरक): बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून के बावजूद लोग शराब पी रहे हैं. लेकिन इन सब के बीच सारण से जो खबरें सामने आई है. उससे साफ है कि शराबबंदी कानून को लेकर लोग अब धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं. सारण में एक बूढ़ी मां और एक पिता की ना सिर्फ गांव बल्कि इलाके में भी तारीफ हो रही है.
सारण: घर में शराब पीकर बेटा और पोता कर रहा था हंगामा, बूढ़ी मां ने भेजवाया जेल - Alcohol prohibition law in Bihar
एक अप्रैल 2016 को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्व शराबबंदी को घोषणा की थी. उस वक्त से लेकर अब तक नीतीश कुमार ने कई बार जनसभा में कहा कि महिलाओं की मांग पर मैंने शराबबंदी कानून लागू किया है.
![सारण: घर में शराब पीकर बेटा और पोता कर रहा था हंगामा, बूढ़ी मां ने भेजवाया जेल बिहार में शराब बंदी कानून](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10099482-433-10099482-1609638505965.jpg)
बेटे और पोते को भेजवाया जेल
पहला मामला मशरक थाना क्षेत्र के पूर्वी पंचायत के तख्त टोला गांव का है. जहां एक बूढ़ी मां ने पुलिस को फोन कर शराबी बेटे और पोते को जेल भेजवा दिया. बताया जा रहा है कि दोनों एक जनवरी को शराब पीकर हंगामा कर रहा था. जिसके बाद महिला ने पुलिस को मामले की जानकारी दी.
पिता ने शराबी बेटे को भेजवाया जेल
वहीं, दूसरा ममला मशरक थाना क्षेत्र के चांद कुदरिया गांव का है. जहां शराबी पुत्र की हरकतों से परेशान पिता ने अपने ही बेटे को पुलिस के हवाले कर दिया. पिता ने बेटे के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई है. कुदरिया गांव निवासी हीरा लाल राय ने बताया है कि उसका बेटा मंगल राय प्रतिदिन शराब के नशें में घर पर आकर हंगामा करता था. जिसका विरोध करने पर गाली गलौज कर मारपीट भी करता था.