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'सारण में कल-कारखाने बनाने के दावे हुए फेल, डिजिटल प्रचार नहीं युवाओं को चाहिए रोजगार'

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Published : Jul 15, 2020, 8:37 PM IST

Updated : Jul 15, 2020, 10:56 PM IST

रोजगार से लेकर 15 लाख रुपये देने की बात जुमला साबित हुआ है. सारण के सारे कल कारखाने खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. आरजेडी विधायक ने कहा कि एनडीए सरकार ने सिर्फ लोगों को गुमराह किया आने वाले समय में जनता जवाब देगी.

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छपरा:संक्रमण काल के बीच बिहार में राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. वहीं, दूसरे राज्यों से वापस लौटे मजदूरों को रोजगार देने के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सियासत तेज है. ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत में मढ़ौरा विधायक जितेन्द्र कुमार राय ने कहा कि इस बार चुनाव रोजगार के मुद्दे पर होगा. विधायक ने एनडीए सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार सिर्फ हवा हवाई बात करती है.

विधायक जितेंद्र राय ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि बिहार के कितने लोगों को रोजगार दिया गया है. बिहार के लोग रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं. यहां कोई कल-कारखान नहीं है. सारे कल-कारखाने खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. जिसमें मढ़ौरा चीनी मिल, मोन्टेन मिल भी शामिल है. यही नहीं 2015 में चुनावी सभा में चीनी मिल खोलने के वादे किए गए जो जुमला साबित हुआ. बिहार सरकार ने भोली जनता को ठगा है.

पेश है रिपोर्ट

चुनाव लड़ने के लिए विधायक तैयार

सूत्रों की मानें तो इस बार मढ़ौरा विधानसभा सीट से कुछ नये चेहरे देखने को मिल सकते हैं. इस पर विधायक जितेन्द्र कुमार राय ने कहा कि कोई भी चुनाव लड़ सकता है. विपक्ष से जो भी चुनावी मैदान में आता है उसका स्वागत है. वहीं, आरजेडी विधायक ने अपनी उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि मढ़ौरा में उनका काम बोलता है. उन्होंने कहा कि विकास कार्य के बदौलत जनता के बीच जाएंगे.

मढ़ौरा विधायक जितेन्द्र कुमार राय

चुनाव के लिए बैचेन है सरकार

आरजेडी विधायक ने कहा कि कोरोना काल में दूसरे राज्यों से लौटे मजदूर को राज्य में ही रोजगार देने की बात सरकार कर रही है. मढ़ौरा विधानसभा में जितने प्रवासी मजदूर आए हैं उनके लिए अपने स्तर पर सर्वे कराया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर सभी मजदूरों को उनके ही इलाके में या फिर कंपनी में रोजगार मुहैया कराया जाएगा. वहीं, कोरोना महामारी का हवाला देते हुए विधायक ने कहा कि जो सरकार को करना चाहिए वो नहीं कर रही बल्कि सरकार इस बात को लेकर बेचैन है कि कितना जल्दी चुनाव कराया जाए. सत्ताधारी दल डिजिटल चुनाव प्रसार में जुटे हुए हैं.

Last Updated : Jul 15, 2020, 10:56 PM IST

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