सारण: छपरा में विगत 10 सालों से निर्माणाधीन गाजीपुर- हाजीपुर फोरलेन (Ghazipur Hajipur Four Lane) संख्या 19 के जीर्णोद्धार पर एक बार फिर ग्रहण लग गया है. विगत दिनों इसके निर्माण कार्य में काफी तेजी आई थी और छपरा डोरीगंज खंड (Chhapra Doriganj) में तेजी से काम चल रहा था. लेकिन दो विभागों की खींचतान का खामियाजा इस फोरलेन को झेलना पड़ रहा है.
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फोरलेन में पड़ने वाले 19 घरों को जिला प्रशासन ने ढाह दिया था और बड़ी तेजी से सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया था. उम्मीद थी कि छपरा डोरीगंज के बीच फोरलेन का काम जल्द ही खत्म हो जाएगा. लेकिन इसी दौरान खनन विभाग (Mining department) के अधिकारियों ने मुख्य अभियंता सहित 4 लोगों को हिरासत में ले लिया.
छपरा पटना फोर लेन के विशुनपुरा के समीप फोरलेन पर कार्य कर रहे मुख्य अभियंता समेत 4 लोगों को खनन विभाग के अफसरों ने बालू और मिट्टी लाने के आरोप में सोमवार को हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए गए अधिकारियों के नाम इंजीनियर बीपी श्रीवास्तव, एनएचएआई के चीफ इंजीनियर अजीत कुमार, पंकज कुमार और अनुज कुमार हैं.
इस वजह से फोरलेन का कार्य लगभग पूरे दिन बाधित रहा. बताया जाता है कि दिघवारा स्थित आर्मी स्टॉक से बालू कार्य के लिए लाया गया था. इसी बीच खनन विभाग के पदाधिकारियों ने वहां पहुंचकर एनएचएआई के चार इंजीनियरों को हिरासत में ले लिया.