छपरा:बिहार के छपरा में रिश्वतखोर मनरेगा अधिकारी को घूस लेते गिरफ्तार किया गया. बताया जाता है कि ग्राणीण इलाकों में सड़क निर्माण के लिए करीब 10 लाख रुपए का टेंडर दिया गया. जहां टेंडर पास करने के लिए मनरेगा अधिकारी विनोद ने संवेदक से 2.20 लाख रू घूस की मांग की. सूचना मिलने के बाद निगरानी की टीम ने तुरंत छापेमारी करते हुए अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
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बिल पास करने के लिए घूस की मांग:जानकारी के मुताबिक मनरेगा का बिल पास करने के एवज में अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने दो लाख से भी ज्यादा रिश्वत की मांग की. इसके एवज में गरखा निवासी उमेश कुमार ने इसकी सूचना निगरानी विभाग को दे दी. जिसके बाद निगरानी ने आज जाल बिछाकर विनोद कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. वहीं गिरफ्तारी के बाद निगरानी की टीम ने विनोद को गिरफ्तार करने के बाद पटना रवाना हो गई.
दो लाख रुपए लेते मनरेगा अधिकारी गिरफ्तार: घटना के संबंध में बताया जाता है कि यह पूरा काम करीब 10लाख रुपए का था. इसके तहत करीब ग्रामीण सड़क निर्माण का कार्य किया जाना था. इसकी जानकारी उमेश कुमार नाम के एक व्यक्ति जो गड़खा के रहमपुर निवासी बताया जाता है. उमेश ने बताया कि पूरे 10 लाख रुपए के काम में 20 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई थी. वहीं इसकी सूचना मिलने पर निगरानी ब्यूरो ने इसकी पूरी जांच की. उसके बाद मनरेगा पदाधिकारी विनोद कुमार सिंह को 2लाख 20हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
पूरे 10 लाख रुपए के काम में 20 प्रतिशत कमीशन की मांग की गई थी. वहीं इसकी सूचना मिलने पर निगरानी ब्यूरो ने इसकी पूरी जांच की. उसके बाद मनरेगा पदाधिकारी विनोद कुमार सिंह को 2लाख 20हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.- उमेश, पीड़ित