छपरा: बिहार केसारण में एक अनोखी प्रेम कहानी (A Unique Love Story In Saran) सामने आई है. जिले के एक सिरफिरे आशिक ने अपनी प्रेमिका को पाने की खातिर उसकी दो-दो शादियां तुड़वा दी. युवक की इस आशिकी से परेशान होकर गांववालों ने आखिर में लड़की को उसको ही सौंप दिया. मामला पानापुर थाना क्षेत्र का है. जहां एक युवक ने अपने प्यार को पाने के लिए कुछ ऐसा किया कि इस अनोखी आशिकी के हर जगह चर्चा हो रही है. दरअसल युवक की मर्जी के खिलाफ लड़की के घरवालों ने उसकी दो जगह शादियां की, लेकिन उसके प्रेमी ने किसी तरह उन शादियों को तुड़वा दिया. बाद में इसको लेकर पंचायत बैठी जिसमें लड़की की शादी उसके प्रेमी से कराने का निर्णय लिया गया. इसके बाद प्रखंड मुख्यालय स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर में ग्रामीणों की उपस्थिति में प्रेमी जोड़े की शादी करवा दी गई.
आशिक ने तुड़वाई दो शादी, हारकर घर वाले बोले- 'जाओ उसी के साथ'
सारण में प्रेमी जोड़ी की शादी (Lovers Couple Wedding In Saran) का वीडियो वायरल हो रहा है. दरअसल पानापुर का रहने वाला एक आशिक अपने प्यार को पाने की चाह में प्रेमिका की बसी-बसाई गृहस्थी को उजाड़ दिया, उसने ऐसा एक बार नहीं बल्कि दो बार किया. आशिक ने अपनी प्रेमिका की दो जगह शादी तुड़वाई दी. जिससे हार कर लड़की के पिता ने उसके प्रेमी से ही अपनी बेटी की शादी करा दी. पढ़ें पूरी खबर...
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प्रेमी ने प्रेमिका से की शादी : मिली जानकारी के मुताबिक रामपुररुद्र 161 निवासी शंकर राय के बेटे नीरज का मशरक थाना क्षेत्र के हंसापिर गांव निवासी महेश यादव की बेटी बबीता से काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इस बीच युवती के पिता ने उसकी शादी मशरक के एक युवक से कर दी. इससे नाराज होकर नीरज अपनी प्रेमिका के ससुराल पहुंच गया जिससे उसके दाम्पत्य जीवन में दरार पड़ गया और ससुरालवालों ने उसे घर से निकाल दिया. बबीता के पिता ने लोकलाज से बचने के लिए उसके प्रेमी नीरज के साथ शादी के लिए हामी भर दी. लेकिन इस बीच युवक के पिता के ने दहेज में दो लाख रुपये की मांग की, जिसे युवती के पिता पूरा कर पाने में असमर्थ थे.
आशिक ने प्रेमिका की दो जगह शादी तुड़वा दी : तब युवती के पिता ने तीन माह पहले अपनी बेटी की शादी गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में कर दी, लेकिन यहां भी उसका प्रेमी आ धमका और बबीता और उसके पति को जान मारने की धमकी देने लगा. धमकी से उसके ससुरालवाले डर गए और उन्होंने बबीता को घर से निकाल कर उसे मायके पहुंचा दिया. अपने प्रेमी की करतूतों से पूरी तरह टूट चुकी बबीता अपने पिता के साथ रामपुररुद्र 161 गांव पहुंची जहां पंचायत बैठाई गई. पंचायत में प्रेमी नीरज ने बबीता को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने की हामी भरी, जिसके बाद दोनों की शादी करा दी गई.