छपरा: प्रतिभा किसी की मोहताज नही होती है. यह कब क्षितिज पर पहुंचकर अपना परचम लहरा दे, यह उस व्यक्ति के सफलता के बाद ही पता चलता है. इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है. छपरा बस स्टैंड फुटपाथ के पास लिट्टी-चोखा का दुकान चलाने वाले मदन प्रसाद के पुत्र कृष्ण कुमार ने. कृष्ण कुमार बीपीएससी की परीक्षा में डीएसपी पद के लिए चयनित हुए हैं. अपने इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है. उनका अगला लक्ष्य यूपीएससी पास कर आइएएस बनकर देश की सेवा करना है.
माता-पिता ने लिट्टी-चोखा बेचकर पढ़ाया
मेहनत कभी जाया नहीं जाती है और इसका परिणाम हमेशा सुखद होता है. बीपीएससी में सफलता दर्ज कर डीएसपी बने कृष्ण कुमार के माता -पिता ने उन्हें लिट्टी-चोखा बेचकर पढ़ाया. गरीबी की जिंदगी में भी उन्होंने अपने बेटे की पढ़ाई-लिखाई में किसी भी तरह का कोरकसर नहीं छोड़ी. वहीं, कृष्ण कुमार ने भी कभी मेहनत से जी नहीं चुराया. जिसका नतीजा आज उन्हें इस सुखद परिणाम से मिला.
बधाई देने वालों का लगा तांता
कृष्ण कुमार ने बीपीएससी की 63 वीं परीक्षा में 86 वीं रैंक लाकर अपने माता-पिता के सपनों को साकार किया. उनकी इस सफलता के बाद बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. सगे-संबंधी उनके माता-पिता को भी बधाई दे रहे हैं. वहीं, उनके माता-पिता अपने लाल की इस सफलता से फूले नहीं समा रहे हैं.
अपने पिता के साथ कृष्ण कुमार पिता के संघर्ष का परिणाम- कृष्ण कुमार
अपनी इस सफलता पर कृष्ण कुमार कहते है कि पिता ने हमें काफी संघर्ष से पढ़ाया है.आज उन्हीं के कारण मेरा परिणाम सुखद रहा. ईटीवी भारत की टीम ने जब उनसे यह पुछा कि डीएसपी का पद काफी चुनौतीपुर्ण होता है. भविष्य में आप कैसे चुनौतियों का सामना करेंगें. तो उन्होंने बड़े धैर्यपूर्वक देते हुए बताया कि 'मैनें बचपन से ही चुनौतियों का सामना किया है' आगे भी सभी चुनौतियों का डट कर सामना करुंगा.
शिक्षक पद से किया था आगाज
कृष्ण कुमार के माता-पिता का कहना है कि एक मां-बाप के लिए इससे बड़ी खुशी क्या हो सकती है. जब लोग उन्हें उसके बेटे के नाम से पहचाने. वहीं कृष्ण कुमार के माता दुर्गावती देवी का बताती है कि बचपन से ही कृष्ण अलग स्वभाव का था. आज बेटे ने सालों की तपस्या का फल दिया है. उन्होंने बताया कि उनकी बेटे की प्ररंभीक पढाई छपरा के बी. सेमिनरी में हुई. जबकि इंटर से पीजी तक की पढ़ाई राजेंद्र कॉलेज से संपन्न हुई. वहीं डीएसपी पद पर चयनित कृष्ण कुमार का कहना है कि इससे पहले उन्होंने शिक्षक के पद से अपने करियर का आगाज किया था. जिसके बाद 60-62 वीं बीपीएससी परीक्षा में राजस्व अधिकारी के रूप में मेरा चयन हुआ था. नौकरी ज्वाइन करने के बाद परिवार को आर्थिक रूप से मजबूती मिली. लेकिन इस सफलता से मैं संतुष्ट नहीं था. इसलिए फिर से रैंक सुधारने के लिए एग्जाम दिया और इस बार मैं डीएसपी पद पर चयनित हुआ हूं.
युवाओं के लिए प्रेरणा है कृष्ण कुमार- एसपी
छपरा के इस लाल के सफलता के बाद जिले के पुलिस कप्तान हरकिशोर राय ने भी कृष्ण से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि संघर्ष कभी सफलता के आड़े नही आती. कृष्ण कुमार सिवील सेवा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा का प्रेरणा स्रोत हैं. उन्होंने कृष्ण को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.