सारण(छपरा): कोरोना वायरस नाम की बला दुनियाभर के लिए नई बला है लेकिन बिहार में पलायन ये दशकों से चला आ रहा है. हालात बदस्तुर महामारी में भी वैसे ही हैं. प्रवासी श्रमिक काम की तलाश में वापस लौट रहे हैं. इन सबके बीच उन्हें ट्रेन में टिकट लेने के लिए 12 से 14 घंटे तक लाइन में लगा रहना पड़ रहा है.
36 घंटे लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रही ट्रेनों की टिकट, परेशान है प्रवासी श्रमिक
सारण के कचहरी रेलवे स्टेशन पर रात के दस बजे पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता ने जो कुछ देखा, उसे कैमरे में कैद कर लिया. यहां लाइन में लगे यात्रियों ने बताया कि उन्हें टिकट मिलने में बहुत देरी हो रही है.
कचहरी रेलवे स्टेशन परिसर पर लाइन में लगे यात्रियों ने बताया कि वो प्रदेश के बाहर काम करते हैं. पिछले 12 घंटे से लाइन में लगे हैं. टिकट काउंटर सुबह 10 बजे खुलता है. ऐसे में सुबह तक वो लाइन में लगे रहेंगे. वो अपने साथ खाने-पीने का सामान लाएं हैं. यात्रियों में गुजरात और महाराष्ट्र जाने वाले प्रवासी श्रमिकों ने ईटीवी भारत को जानकारी दी.
नहीं मिला प्रदेश में रोजगार
कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में जहां लोग अपने घरों से निकलने में कतरा रहे हैं. वहीं, रेलवे स्टेशन पर टिकट की जद्दोजहद करते यात्री इस बात की भी तस्दीक करते हैं कि उन्हें प्रदेश में रोजगार नहीं मिल रहा. सरकार ने इनकी घर वापसी के दौरान जो वादे और दावे किये थे, वो खोखले साबित हो रहे हैं.