सारण: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत होने वाला छात्रसंघ चुनाव एक बार फिर अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया है. हालांकि इस बार के छात्रसंघ चुनाव के लिए अधिसूचना के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया और नाम स्क्रूटनी के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 90% उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया है. जबकि अवैध तरीके से अन्य छात्र संगठनों के उम्मीदवारों के नामांकन को सही बताया गया था. यह आरोप लगाते हुए विद्यार्थी परिषद ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी. विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधियों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से चुनाव अधिकारी के रूप में कुलपति प्रोफेसर अशोक कुमार झा की ओर से निर्गत अधिसूचना के आधार पर ही हम लोगों ने नामांकन की प्रक्रिया पूरी की थी. इसके बावजूद एकपक्षीय कार्य करते हुए, विश्वविद्यालय प्रशासन के जरिए केवल विद्यार्थी परिषद के उम्मीदवारों का नामांकन अवैध करार देते हुए रद्द कर दिया है.
एकपक्षीय कार्य करने का आरोप
दूसरी तरफ शोध विद्यार्थी संगठन आरएसए के छात्र नेताओं ने बैठक आयोजित कर विश्वविद्यालय प्रशासन को राज भवन या राज्य सरकार या अन्य के इशारे पर एकपक्षीय कार्य करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हम लोगों का नामांकन सही और वैद्य पाया गया. जिस कारण नॉमिनेशन स्वीकृत किया गया था. साथ ही कई महाविद्यालय में शोध विद्यार्थी संगठन के प्रत्याशियों ने निर्विरोध जीत भी दर्ज की थी. जो विद्यार्थी परिषद के नेताओं को स्वीकार्य नहीं था. इसको लेकर तिलमिलाए विरोधी छात्र नेताओं के पक्ष में एक साजिश के तहत विश्वविद्यालय प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में चुनाव रद्द किया.