छपरा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट 'हर घर को मिले शुद्ध जल' बिहार में इन दिनों खूब चर्चा का विषय बना हुआ है. क्योंकि बिहार की इस योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की खबरें आ रही हैं. वहीं निर्माण कार्य में लगी कम्पनियों के लिये यह दुधारू गाय साबित हो रही है. इसको लेकर अब ग्रामीणों ने जमकर विरोध भी शुरू कर दिया है.
मानकों का पूरी तरह उल्लंघन
इन क्षेत्रों के रहने वाले ग्रामीण लगातार इस बात की शिकायत दर्ज करा रहे हैं कि राज्य सरकार की ओर से नल-जल योजना में निर्धारित मानकों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा है. तय मानकों से काफी घटिया स्तर के सामग्रियों का प्रयोग किया जा रहा है. ग्रामीणों के अनुसार इस योजना में काफी घटिया किस्म की पाइप का प्रयोग किया जा रहा है. साथ ही निर्धारित गहराई में पाइप नहीं डालने से पाइप लाइन तुरंत फट जा रहा है.
कमजोर पाइप का उपयोग
छपरा जिले के गड़खा प्रखंड के ईटवा पंचायत के वार्ड नं 11 में घटिया किस्म और प्राकलन के अनुसार कार्य नहीं करने की शिकायत बीडीओ से की गयी है. जिसकी शिकायत स्थानीय ग्रामीण रितेश रंजन, पप्पू कुमार, पंचम राय, विनोद राय, गुड्डू कुमार, सिपाही राय, फूलकुमारी देवी समेत अन्य लोगों ने की है. पत्र में कहा गया है कि बोरिंग निर्धारित गहराई से कम हुआ है. साथ ही कमजोर पाइप का उपयोग हुआ है और तीन इंच गड्ढे खोदकर पाइप लगाई गई है.
3 इंच की पाइप डालने का आदेश
ग्रामीण ने कहा कि सरकार के दिये गए निर्देश के अनुसार लगभग तीन फीट से अधिक गड्ढा करके 3 इंच की पाइप डालने का आदेश है. लेकिन इसमें भी गड़बड़ी होती है. वहीं, बोरिंग 300 फीट होनी चाहिए. इस कार्य का वीडियो बनाकर जेई, प्रखंड विकास पदाधिकारी और डीएम के मोबाइल पर भेजा गया है. गड़खा बीडीओ की मिलीभगत कर पैसा का गबन का आरोप भी ग्रामीणों ने लगाया है. जिसकी छायाप्रति मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और डीएम को भी भेजा गया है.