सारण: 'मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना....' यह लाइनें जिले के गुदरी बाजार सलापतगंज के लोगों पर बिल्कुल फिट बैठती है. यहां को लोगों में गंगा-जमुनी तहजीब की शानदार मिलास देखने को मिलती है. यहां दो समुदाय के लोग आपस में मिल जुलकर सुख-शांति के साथ पर्व-त्योहार मनाते हैं.
हिन्दू करते हैं ताजिया का निर्माण
कौमी एकता के उदाहरण को चरितार्थ करते प्रखंड के हिंदू परिवार मुहर्रम के त्योहार पर मुस्लिम भाइयों के साथ मिलकर ताजिया का निर्माण करते हैं. इस बबात जिले के युवा लोक कलाकार अरुण कुमार ने इटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि हिन्दू होते हुए भी मुस्लिम समुदाय के पर्व में शामिल होकर मैं विगत दस वर्षों से ताजिया के निर्माण में आपना सहयोग देता आ रहा हूं. इस मोहल्ले में मेरा घर भी है और हमलोग आपसी सहयोग से सौहार्दपूर्ण तरीके से एक साथ दुख और सुख बांटते आ रहे हैं.