सारणः मढ़ौरा में बनने वाली बांसुरी की तान बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि केरल सहित अन्य राज्यों में भी गूंजती थी. लेकिन लॉकडाउन और बाढ़ से प्रभावित होने की वजह से इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर माह में तैयार होकर दूसरे राज्य में जाने वाली बांसुरी इस बार ग्रहण लग चुका है. साथ ही बांसुरी बनाने वाले परिवार के लिए बांसुरी की तान की तरह जिंदगी बिखर चुकी है.
बांसुरी बनाने वालों पर पड़ी लॉकडाउन की मार
बांसुरी बनाने के काम में निपुण मढ़ौरा पकहा, मिर्जापुर और आसोईया के तकरीबन 100 परिवार लॉकडाउन के समय से ही आर्थिक तंगी झेल रहे हैं. अब आलम यह है कि मढ़ौरा में बाढ़ आने से पकहा बस्ती में बांसुरी बनाने वाले परिवारों का घर बाढ़ के पानी में डूब चुका है. जिससे बांसुरी बनाना तो दूर, लोग रहने के लिए उचित स्थान व रेलवे स्टेशन पर रैन बसेरा बनाए हुए हैं.