सारण : जिले में पिपरा के बाद अब के बनियापुर स्थित मानोपाली इलाका भी धमई नदी की चपेट में आ गया है. इसी क्रम में नदी का पानी एनएच पर चढ़ गया है. एनएच पर पानी की तेज बहाव के कारण सड़कें कई जगह से दरक गईं हैं. साथ ही स्थानीय लोगों का अनुमान है कि पानी की तेज धारा में कमी नहीं आने पर सड़क कभी भी टूट सकता है. जिसके बाद उत्तरी सीमा से सिवान और गोपालगंज का संपर्क भी टूट जाएगा.
वहीं मानोपाली, धवरी, नजीबा सहित कई गांव भी बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं. फिलहाल मानोपाली और धवरी पंचायत के वार्ड नंबर एक, 2, 3, 6, 12 और 13 बाढ़ से काफी प्रभावित हैं. बरसात का पानी बहियारा में जमे होने से लोग पहले ही नारकीय जीवन जीने को विवश थे. वहीं ये गांव चंवर के तटीय क्षेत्र में ही हैं. बाढ़ की पानी का तेज बहाव को देखकर ग्रामीण सहमे हुए हैं. बता दें कि तीन दिन पहले ही पिपरा बांध के पास लगभग तीस फीट सड़क टूट गया था.
सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल सांसद ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
बाइक से निरीक्षण के लिए पहुंचे सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, राज्य सभा सदस्य सह जदयू के पूर्व प्रत्याशी विरेंद्र ओझा और पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह ने आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. पीड़ित और बाढ़ विस्थापितों की समस्या के समाधान के लिए उन्होंने एक दर्जन केंद्रों पर सामुदायिक किचन शुरू कराने का आश्वासन भी दिया.
सीओ के व्यवहार पर जताई नाराजगी
बिनटोलिया में निरीक्षण के बाद उन्होंने अंचलाधिकारी बनियापुर को केंद्रित करते हुए कहा कि आपदा में फंसे लोगों की मदद नहीं करने वाले अधिकारियों को पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है. सरकार जनता की सेवा के लिए अधिकारियों को बहाल करती है. मौके पर उन्होंने सीओ के व्यवहार पर भी नाराजगी जताई. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि यदि स्थानीय अधिकारी ग्रामीणों की शिकायत पर ध्यान दिए होते तो बांध टूटने से बचाया जा सकता था.
बनियापुर को बाढ़ आपदा घोषित करने की मांग
बाढ़ से फसलों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए सांसद ने किसानों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. वहीं किसानों को बाढ़ राहत की तमाम सुविधाओं को मुहैया कराने की बात भी उन्होंने कही. सिग्रीवाल ने कहा कि प्रावधान के मुताबिक फसलों का नुकसान झेल रहे किसानों को छह हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी. साथ ही बनियापुर को बाढ़ आपदा घोषित करने के लिए जिलाधिकारी से बात किया जाएगा.