सारण: लॉकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिक वापस लौट रहे हैं. उन्हें एहतियातन क्वारंटाइन किया जा रहा है. चिकित्सकीय जांच के बाद होम क्वारंटाइन और सरकारी क्वारंटाइन में इन्हें 14 दिनों के लिए रखा जा रहा है. सरकारी क्वारंटाइन में रहने और खाने-पीने की व्यवस्था सरकार के स्तर पर की जा रही है, लेकिन राज्य में कई जगहों पर क्वारंटाइन सेंटर में सुविधा नहीं होने के कारण मजदूर हंगामा कर रहे है.
सारण: क्वारंटाइन सेंटर पर नहीं मिल रही सुविधा, मजदूरों ने किया हंगामा - Migrant labor
एकमा प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर पर सुविधा नहीं होने पर प्रवासियों मजदूरों ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने सरकार से मदद की मांग की है.
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क्वारंटाइन सेंटर पर मजदूर ने किया हंगामा
छपरा के एकमा प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासियों मजदूर ने जमकर हंगामा किया. मजदूरों का कहना है कि यहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है.साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों को क्वारंटाइन में रहने भी नहीं दिया जा रहा है. इस कारण ये मजदूर परेशान है.
'क्वारंटाइन में सुविधा नहीं'
मुम्बई, सूरत, अहमदाबाद और राजकोट से आए प्रवासी यहां रह रहे है. इनका कहना है कि क्वारंटाइन मे वहां पहले से ही जो लोग रह रहे है. वो उन्हें नहीं वहां नहीं रहने दे रहे है. उन्होंने कहा कि गांव वाले घुसने नहीं दे रहे है. इस स्थिति में हम कहा जाए. हम जिस स्कूल में है. वहा कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है.