सारण: जिले में चाइनीज लाइटों की बढ़ती डिमांड के कारण मिट्टी के बर्तन बनाने की कला विलुप्त होने के कगार पर हैं. इस कला को जीवंत रखने के उद्देश्य से गड़खा के सीडी लेबोरेट्री के संस्थापक डॉ. टीएन पंडित ने मिट्टी के दीपक, दीया, बर्तन आदि बनाने वाले 3 दर्जन कुम्हारों को सम्मानित किया.
दीवाली में खुश हुए कुम्हार, 3 दर्जन से ज्यादा को किया गया सम्मानित
गड़खा के सीडी लेबोरेट्री के संस्थापक डॉ. टीएन पंडित ने मिट्टी के दीपक, दीया, बर्तन आदि बनाने वाले 3 दर्जन कुम्हारों को सम्मानित किया.
स्थानीय नेता सम्पत राम राही और श्रीधर बाबा के शिष्य मुरारी स्वामी ने विभिन्न जगहों पर जाकर प्रजापति समाज के लोगों को मास्क, पैम्पलेट और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया. वहीं आयोजक डॉ. टीएन पंडित ने कहा कि अपनी कला से मिट्टी को खूबसूरत आकार देने वाले प्रजापतियों को सरकार द्वारा मिट्टी, लकड़ी, रंग और आर्थिक मदद दी जानी चाहिए. ताकि लोग अपनी संस्कृति को न भूलें.
मिट्टी के कलाकारों को सहयोग की जरुरत
वहीं बाजार में इस वैश्विक महामारी को लेकर लोग सहमे हुए थे. दिवाली को लेकर इस बार बहुत कम रौनक देखी गई. ऐसे समय में मिट्टी के कलाकारों की सहयोग करने की जरुरत है. वहीं इस दौरान डॉ प्रभु यादव, राजा कुमार, अभिषेक कुमार, सुनीता पण्डित, कविता कुमारी, निर्मला कुमारी, पूजा कुमारी, नीलम पण्डित ने भी भरपूर सहयोग दिया.