छपरा सदर अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल सारणःबिहार के छपरा सदर अस्तपाल में डॉक्टरों की हड़ताल देखने को मिली. दो महीने से वेतन नहीं मिलने और अन्य मांग को पूरा करने के लिए डॉक्टरों ने काम को बहिष्कार कर दिया. चिकित्सकों की हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल का ओपीडी सेवा ठप हो गया. आंदोलित चिकित्सकों की माने तो उनसे 24 घंटे काम लिया जाता है, लेकिन उनकी तनख्वाह पर दो महीने से रोक लगा दी गई है.
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बायोमेट्रिक से अटेंडेंस बनाने का विरोधः डॉक्टरों ने तनख्वाह रोकने का कारण बायोमेट्रिक से अटेंडेंस नहीं बनाना बता रहे हैं. चिकित्सकों की मानें तो उन्हें इमरजेंसी, ओपीडी की ड्यूटी के अलावा पोस्टमॉर्टम, दुर्घटनाग्रस्त मरीज की इंजुरी और कोर्ट के कार्यों में शामिल होना पड़ता है. जिसकी वजह से बायोमेट्रिक अटेंडेंस बना पाना मुश्किल है. चिकित्सकों की मांग है कि उन्हें अस्पताल परिसर में ही आवास की सुविधा दी जाए और उनका कार्यवधि का निर्धारण हो.
उपाधीक्षक ने दिया आश्वासनः ओपीडी ठप कर बैठे चिकित्सकों से अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसडी सिंह ने वार्ता कर आंदोलन को खत्म कर ओपीडी सेवा शुरू करने की अपील की. इसके बाद चिकित्सकों आन्दोलन स्थल पर ही मरीजों को देखना शुरू कर दिया है. दिन के 12 बजे के बाद सभी डाक्टरों ने अपने-अपने चेंबर में मरीजों को देखना शुरू कर दिया है. डॉक्टरों ने कहा कि मानवता के कारण मरीज को देख रहे हैं.
"हमलोग अपनी मांग को लेकर हड़ताल पर थे, लेकिन मानवता को देखते हुए मरीज का इलाज कर रहे हैं. देखते हैं कि हमलोगों की मांग कब तक पूरी होती है."- डॉ किशोर कुणाल, सदर अस्पताल, छपरा